MP Election 2023 Result: शिवराज ने एक वर्ष पहले से ही शुरू कर दी थी तैयारी

भोपाल। वर्ष 2023 का रण जीतने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगभग एक वर्ष पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। चुनावी वर्ष में एक हजार से अधिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में वह पहुंचे। एक-एक कर हर वर्ग को साधने के लिए उन्होंने बड़ी घोषणाएं की।

पंचायतें बुलाकर कर्मचारियों और समाज के अन्य वर्ग के लोगों को खुश करने का प्रयास किया। यही वजह है कि वह शुरू से ही पूरे आत्मविश्वास से भाजपा राज बरकरार रहने का दावा कर रहे थे। मुख्यमंत्री के तौर पर सक्रिय रहने के साथ ही पार्टी की जीत के लिए भाजपा संगठन द्वारा शुरू किए गए विभिन्न अभियानों में वह सक्रिय रहे।

इसमें जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जनसेवा अभियान, विकास पर्व के दौरान भूमिपूजन और लोकार्पण, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस से एक माह तक जनसंपर्क महाअभियान जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। सबसे पहले लाड़ली बहना योजना की घोषणा के बाद उन्होंने भांजे-भांजियों यानी युवाओं को अपने पक्ष में करने के लिए ‘सीखो कमाओ योजना’ शुरू की।

इसमें 15 हजार युवाओं को लाभ मिला। सरकारी स्कूल से पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए मेडिकल में पांच प्रतिशत सीटें आरक्षित कीं। एक लाख पदों पर सरकारी भर्तियां और रोजगार मेलों के माध्यम से निजी क्षेत्र में रोजगार देने की शुरुआत की।

चुनावी वर्ष के चलते केद्र सरकार की योजनाओं को भी प्रदेश सरकार ने बेहतर तरीके से लागू किया। आयुष्मान भारत योजना में तीन करोड़ 73 लाख कार्ड बने, जो देश में सर्वाधिक है।

आदिवासियों में खून कम होने की सिकल सेल एनीमिया बीमारी के देशभर से उन्मूलन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल से की। भाजपा सरकार ने पुलिसकर्मी, संविदा कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और विभिन्न समाजों की पंचायतें बुलाकर जमकर घोषणाएं की।

हर कार्यक्रम में गिनाईं उपलब्धियां

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री और संगठन ने पिछले एक साल में सार्वजनिक कार्यक्रमों में वर्ष 2003 के बाद भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उदाहरण के तौर पर वर्ष 2003 में प्रदेश सरकार का बजट 23 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर तीन लाख 14 हजार करोड़ रुपये हो चुका है। औद्योगिक विकास दर जो ऋणात्मक थी, भाजपा सरकार आने के बाद से लगातार बढ़कर 24 प्रतिशत हो गई है। कृषि विकास दर तीन से बढ़कर 18 प्रतिशत हुई। सरकारी मेडिकल कालेज वर्ष 2003 में पांच थे, जो अब 30 हो गए हैं।

यह प्रयोग भी रहे सफल

बूथ को मजबूत करने के लिए बूथ विस्तारक अभियान के दो चरण, बूथ नेतृत्व प्रशिक्षण, बूथ विजय संकल्प अभियान, मेरा बूथ सबसे मजबूत, विधानसभा सम्मेलन, विशेष सदस्यता अभियान, शक्ति सम्मेलन, 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ और मतदाता पर्ची बांटने के बहाने के छोटे-बड़े नेता मतदाताओं के घर पहुंचे। इनमें केंद्रीय नेतृत्व के पदाधिकारी भी शामिल हुए।

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