Today in Bhopal: मृगनयनी एंपोरियम में मैजिक महेश्वरी उत्सव का अंतिम दिन, जनजातीय संग्रहालय में देखें चित्र प्रदर्शनी

भोपाल। शहर में कलात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला निरंतर चलता रहता है। रविवार 03 दिसंबर को भी शहर में ऐसी अनेक गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे ही चुनींदा कार्यक्रमों की जानकारी पेश कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको अपनी दिन की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी।

पुस्तक परिचर्चा – यंग थिंकर्स फोरम के रीडिंग क्लब द्वारा सुबह 10 बजे बाणगंगा चौराहा स्थित कार्यालय पर पुस्तक परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें राम स्वरूप की पुस्तक ‘हिंदू व्यू आफ क्रिश्चियनिटी एंड इस्लाम’ व सीताराम गोयल की पुस्तक ‘हिंदू समाज संकटों के घेरे में’ की समीक्षा होगी।

जनजातीय चित्र प्रदर्शनी – आदिवासी कला एवं संस्कृति केंद्र, जीटीबी कम्पलेक्स में जानजातीय चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पद्मश्री भूरी बाई सहित 10 आदिवासी कलाकारों की करीब दो दर्जन कृतियां प्रदर्शित हैं। कृतियों को सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक देखा जा सकता है।

कथक कार्यशाला – कटारा हिल्स स्थित चक्रधर कल्चरल सेंटर में कथक नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। संस्कार भारती विद्यापीठ के सहयोग से आयोजित यह कार्यशाला 20 दिसंबर तक चलेगी। इसमें विद्यार्थियों को चक्रधर कल्चरल सेंटर अध्यक्ष एवं कथक गुरु प्रीति तिवारी द्वारा कथक की बारीकियां बताई जा रही हैं। कार्यशाला निश्शुल्क है। समय सुबह 10 से 12 बजे तक है, जिसमें पांच से 16 साल के लगभग 75 विद्यार्थी सहभागिता कर रहे हैं।

चित्र प्रदर्शनी – मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में गोंड समुदाय की युवा चित्रकार सरस्वती परस्ते के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया गया है। इसे दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे तक देखा जा सकता है।

मैजिक महेश्वरी उत्सव – मप्र हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम की ओर से मृगनयनी कबीरा एम्पोरियम, जवाहर चौक में मैजिक महेश्वर प्रदर्शनी उत्सव का आयोजन तीन दिसंबर तक किया जा रहा है। प्रदर्शनी में साड़ियों पर जाला हंसा बार्डर में नर्मदा के घाट के डिजाइन बुनाई के माध्यम से दर्शाए गए हैं, वहीं महेश्वर के बुनकर चंद्रकला डिजाइन की साड़ियां लेकर आए हैं। इसे सुबह 11 बजे से रात 08 बजे तक देखा जा सकता है।

माह का प्रादर्श – मानव संग्रहालय के अंतरंग भवन वीथि संकुल में नवंबर माह के प्रादर्श के रूप में इंडोनेशिया में छाया रंगमंच के सबसे पुराने और लोकप्रिय कला वेयांग कुलित : रामा व लक्ष्मण को शामिल किया है, जिसे वर्ष 1998 में संकलित किया गया था। इस प्रादर्श का संयोजन संग्रहालय एसोसिएट डा. पी. अनुराधा ने किया है। इसे सुबह 11 बजे से देखा जा सकता है।

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