भोपाल: नतीजों से पहले विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल रूझान सामने आए हैं। 6 में से 3 एजंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है, 2 में कांग्रेस बताया है जबकि एक ने कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर बताया है। कुल मिलाकर कहा जाए तो प्रदेश में भाजपा का पलड़ा भारी है। ऐसे में भाजपा इस बढ़त का सारा क्रेडिट लाडली बहना योजना को दे रही है। इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाले रखा।
बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने इसी साल लाडली बहना योजना शुरू की थी जिसके तहत लाभार्थियों को 1250 रुपये महीने दिए जा रहे हैं। जून 2023 से शुरु इस योजना के तहत हर महीने 1 करोड़ 31 लाख हितग्राही महिलाओं के खाते में पैसा जा रहा है। हालांकि कांग्रेस ने लाडली बहना की काट के लिए नारी सम्मान योजना शुरू करने का वादा किया। कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में इस योजना के तहत हर महिला को 1500 रुपये हर माह देने का वादा किया।
दुनिया की सबसे बड़ी कैश बेनिफिट स्कीम-लाडली बहना योजना
भाजपा के फीडबैक के आधार पर कहा जा सकता है कि इस बार बंपर वोटिंग हुई। लाडली बहना योजना के हितग्राही बहनें शिवराज सरकार की इस योजना को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती। क्योंकि लाडली बहना योजना दुनिया की सबसे बड़ी कैश बेनिफिट स्कीम है। जून 2023 से शुरु इस योजना के तहत हर महीने 1 करोड़ 31 लाख हितग्राही महिलाओं के खाते में पैसा जा रहा है। वहीं भाजपा ने इस योजना को चुनाव में वोटों की खेती में तब्दील करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। नतीजन लोग मतदान के लिए घरों से निकले और बंपर वोटिंग हुई
भाजपा ने इस योजना के फीडबैक के लिए जमीनी स्तर पर काम किया। इसके लिए बीजेपी संगठन ने वार्ड स्तर पर 5 से 10 महिलाओं की एक टीम भी बना रखी थी, जिन्होंने घर-घर जाकर लाडली बहना योजना की हितग्राहियों से संपर्क किया। जिसमें बहुत अच्छे नतीजें मिले। खास बात यह कि इस योजना की हितग्राही बहनों के साथ साथ परिवार के अन्य सदस्य भी आश्वस्त है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने योजना के लाभ को 3 हजार महीना तक ले जाने की कोशिश की घोषणा की थी। ऐसे में सब हितग्राहियों को इंतजार है कि कब उनके खाते में इस योजना के तहत 3 हजार रुपए आना शुरु हो।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद राकेश सिंह, गणेश सिंह, रीति पाठक, राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ, एलओपी गोविंद सिंह सहित कुछ हाई-प्रोफाइल उम्मीदवारों की किस्मत शुक्रवार को मतदान संपन्न होने के साथ ही ईवीएम मशीनों में सील कर दिया गया है। मैदान में कुल 2,533 उम्मीदवारों में से छतरपुर जिले के मल्हारा से एक तीसरे लिंग का उम्मीदवार चुनाव लड़ रहा है। कुल 230 सीटों में से 148 सामान्य श्रेणी की हैं, जबकि 35 सीटें एससी और 47 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं।
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