पाकिस्तान से लौटी अंजू के गांव में पहरा, पिता बोले-मर चुकी,सरपंच ने कहा घुसने नहीं देंगे

ग्वालियर। राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंचकर अब लौटी अंजू को लेकर अब ग्वालियर स्थित उसके मायके में सरगर्मी बढ़ गई है। अंजू से नाराज पिता का कहना है कि वह उनके लिए मर चुकी है। वहीं गांव के सरपंच और गांव वाले अंजू के विरोध में हैं और गांव में पहरा भी लगा दिया है जिससे वह गांव में न घुस सके। पिता अभी किसी से बात नहीं कर रहे हैं। पिता ने केवल इतना कहा कि मुर्दां से क्या बात करूं। गांववालों के अनुसार अभी अंजू ने यहां स्वजन से संपर्क नहीं किया है। अंजू भारत लौटने के बाद अब कहां है, इसकी जानकारी भी किसी को नहीं है। बताते हैं कि खुफिया एजेंसियां जरूर अंजू पर नजर रखे हुए हैं।

बता दें कि अंजू मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में टेकनपुर स्थित बौना गांव की रहने वाली है जो 15 साल तक यहीं रही। जब अंजू पाकिस्तान गई थी तब उनके पिता का बयान भी सामने आया था, जिसमे उन्होंने अंजू को एक सनकी लड़की बताते हुए उसके पाकिस्तान जाने के फैसले को भी गलत बताया था। अंजू पांच माह बाद भारत लौटी है जो अभी बीएसएफ की निगरानी में बताई गई है। 34 साल की अंजू के 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है। पति अरविंद बच्चों के साथ अलवर जिले के भिवाड़ी में निवासरत है जिससे प्रेम विवाह किया था। 21 जुलाई को वह अरविंद से यह कहकर निकली कि सहेली से मिलने जा रही है। इसके बाद वह टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान में इस्लामाबाद होते हुए खैबरपख्तूनख्वा क्षेत्र में पहुंची। वहां 25 जुलाई को उसने नसरुल्ला से निकाह की बात भी सामने आई। अब भारत लौटने पर गांववाले व पिता इसको लेकर संशय में हैं कि अंजू गांव लौटेगी या नहीं, क्योंकि अंजू का बयान सामने आया है कि वह अपने बच्चों से मिलने आई है, परंतु पति अरविंद का बयान भी सामने आ गया है कि उसका अब अंजू से कोई संबंध नहीं। ऐसे में कयास है कि अंजू ग्वालियर में अपने मायके में संपर्क कर सकती है। इस संबंध में सरपंच रवि सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि किसी भी कीमत पर गांव में एंट्री नहीं करने देंगे। अंजू का कृत्य गांव को शर्मनाक करने वाला है। गांव का नाम बदनाम कर दिया है।

गांववाले बोले-दुर्दशा होने पर लौटी

अंजू उर्फ फातिमा के भारत लौटने की खबर गांव में फैली तो गांव के लोगों में चर्चाएं शुरू हो गईं। अंजू को बच्चों याद आने की पर भारत लौटने की बात को पिता सहित गांववाले संदिग्ध मान रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों की याद नहीं पाकिस्तान में दुर्दशा होने पर अंजू भारत आई है, बच्चों से इतना ही प्यार था तो छोड़कर पाकिस्तान गई ही क्यों थी।

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