भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर शहरों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। उधर, बादल छाए रहने के साथ ही वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी रहने से पूरे प्रदेश में कोहरा भी छाने लगा है। बुधवार को राजधानी सहित अनेक शहरों में सुबह कोहरा छाया रहा। इससे दृश्यता प्रभावित हुई। सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उमरिया में दो मिलीमीटर वर्षा हुई।
इन जिलों में बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच में मौजूद है। द्रोणिका के रूप में एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ मप्र पर बना हुआ है। उत्तरी-मध्य महाराष्ट्र और उससे लगे अरब सागर पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है।
दिसंबर के पहले सप्ताह में तेजी से गिरेगा तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से रुक-रुककर वर्षा का दौर फिर शुरू हो गया है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। हालांकि इस दौरान हल्की वर्षा ही होने की संभावना है। सुबह के समय कोहरा भी बना रह सकता है। बादल बने रहने के कारण रात के तापमान में गिरावट होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन दिन का तापमान सामान्य से कम बना रहेगा। मौसम साफ होने के बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना है।
इस लिए छा रहा है कोहरा
मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक वर्तमान में निचले स्तर पर बादल मौजूद हैं। वातावरण में काफी नमी है। इसके अतिरिक्त तापमान भी कम बना हुआ है। इस वजह से कोहरा छा रहा है।
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