Kartik Purnima 2023: आज 300 सालों बाद बन रहा चंद्र का अक्षय लक्ष्मी कारक योग, धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
रायपुर । कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को 300 वर्षों के बाद चंद्र का अक्षय लक्ष्मी कारक योग बन रहा है, जो कि अक्षय धन समृद्धि कारक है। साथ ही पंच महायोग भी है। शास्त्रों में चंद्र को मन कारक माना गया है। साथ ही धन संचय और धन समृद्धि कारक भी चंद्र को ही माना गया है। इसीलिए लक्ष्मीजी की आराधना के श्री सूक्त में “चन्द्रांहिरण्यमयीं लक्ष्मीं” कहा गया है।
क्या है पंच महायोग
ज्योतिषाचार्य डा. दत्तात्रेय होस्केरे ने बताया कि चंद्र प्रधान रोहिणी नक्षत्र है, जिसमें चंद्र पूर्ण शक्तिशाली होता है। साथ ही चंद्र प्रधान सोमवार का दिन है। पूर्णिमा का दिन है, जिसमें चंद्र पूर्ण होता है और प्रभावशाली होता है। साथ ही गोचर में सप्तम भाव में उच्च का चंद्र शीघ्र विवाह के लिए अत्यंत फलदायक है। शिव योग और स्थिर योग भी इसे और ज्यादा प्रभावशाली बना देते हैं।
धन प्राप्ति के लिए ये उपाय करें
शाम को आठ आंवले लेकर उसे छोटे दीये में रखें। उस पर घी में डूबी हुई कपास की बत्ती रख दें। लक्ष्मीजी की प्रतिमा या चित्र के समीप इसे रखकर अपनी हथेलियों पर हल्दी लगा लें। माता-पिता का आशीष लेकर बत्तियों को जला लें। लक्ष्मी चालीसा का आठ बार पाठ करें।
शीघ्र विवाह के लिए यह उपाय करें
एक नारियल पर हल्दी कुमकुम लगा कर सामने रखें। शिव पार्वती या शिव परिवार की फोटो या प्रतिमा के सामने एक सरसों तेल और एक घी का दीपक जलाकर शिव चालीसा और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। केले का भोग लगाकर आरती करें। मंत्र का 20 मिनट तक जाप करें।
सर्दी और अस्थमा रोग से मुक्ति के लिए
खिरनी की जड़ को सुबह 11 बजे से पहले शिवलिंग पर चढ़ाकर शिवजी पर जल चढ़ा लें। शिवलिंग के सामने खड़े होकर इस मंत्र का जाप करें। जड़ को सोमवार की रात चंद्र उदय होने के बाद धारण कर लें।
सभी कष्टों के निवारण के लिए
शाम को शिव मंदिर में आठ बेल पत्र पर शहद लगाकर शिवलिंग पर चिपका दें और गुड़ चढ़ाकर अपने दोनों कान पकड़कर शिवजी से क्षमा मांग कर अपनी अभिलाषा को बता दें।
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