इंदौर। रविवार शाम से शुरू हुई वर्षा के बाद शहर में बिजली के 35 फीडर फाल्ट हुए। 11 केवी के इन फीडरों से बिजली आपूर्ति बाधित होने से शहर के बड़े हिस्से में अंधेरा रहा। सोमवार सुबह से दोपहर तक भी कई कालोनियों और मोहल्लों में बिजली की लुकाछुपी जारी रही।
कई क्षेत्रों में चार से पांच घंटे तक बिजली बंद रही। इस बीच साउथ डिवीजन में सोमवार सुबह कई क्षेत्रों में बिजली बंद होने के बाद सुधार कार्य और आपूर्ति बहाल होने में देरी हुई। सुबह 8.30 बजे गुल हुई बिजली आपूर्ति डेढ़ बजे बाद सामान्य हो सकी।
बिजली कंपनी के अनुसार साउथ डिवीजन में हाईटेंशन लाइन के फाल्ट पर भी जोन की टीमों को सुधार करना पड़ा। दरअसल, जिम्मेदार एचटी इंजीनियर ने रविवार रात से ही फोन बंद कर लिया। अधिकारी भी निर्देश देने और सुधार के समन्वय के लिए परेशान होते रहे।
सोमवार सुबह जोन का अमले और लाइनमैनों ने पहले एचटी का सुधार किया और फिर घरों की शिकायतें दूर करने निम्मदाब लाइनों पर काम किया। इधर, बिजली कंपनी के बिजली कंपनी के अनुसार 11केवी लाइनों के 525 फीडरों में से अलग-अलग 35 फीडरों से अलग-अलग समय बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
तेजी से गिरते पानी के बाद भी की बिजली कर्मचारी ट्रांसफार्मर, पोल, फीडरों के कार्यों में डटे रहे। प्रभावित फीडर क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था करीब एक से अधिकतम चार घंटे में बहाल की गई। मध्य रात पानी गिरने, कड़कड़ाती ठंड के बावजूद सुधार कार्य चलता रहा।
सोमवार सुबह से शाम तक 1000 कर्मचारियों ने लाइनों का कार्य किया। 3-3 जगह पोल, वितरण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए। 24 घंटे में वर्षा के कारण आई व्यक्तिगत शिकायतों 2500 फ्यूज आफ काल (एफओसी) का जोन की टीमों ने भी समाधान किया।
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