जम्मू-कश्मीर में ‘निराशा’ और ‘डर’ के साए में जी रहे है लोग, महबूबा मुफ्ती का आरोप

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में लोग ”निराश” हैं और ”डर” के साए में जी रहे हैं। महबूबा ने कुलगाम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘निराशा है, लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, हाल में सरजन बरकती की पत्नी को आतंकी वित्तपोषण मामले में गिरफ्तार किया गया। कोई सबूत नहीं है, कोई सुनवाई नहीं है। लोगों को बस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है। इसलिए लोग दबाव और डर के साए में जी रहे हैं।”

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख ने दक्षिण कश्मीर जिले के मंजगाम में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने “लोगों को इस स्थिति से बचाने” और अपने संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद के “जम्मू-कश्मीर को इस समस्या के दलदल से बाहर निकालने” संबंधी एजेंडे को पूरा करने के लिए एक सार्वजनिक पहुंच कार्यक्रम शुरू किया है।

महबूबा कहा, “पीडीपी कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार है और इसीलिए मैं लोगों के पास जा रही हूं।” कुछ राजनीतिक नेताओं के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कि यह पीडीपी ही थी जो 2015 में गठबंधन करके भाजपा को जम्मू-कश्मीर में लेकर आई, महबूबा ने कहा कि इसके पीछे उनके पिता के उद्देश्य को समझने के लिए “विशाल दृष्टिकोण, बड़ी सोच” की आवश्यकता है।

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