एक मौत, 117 लोगों पर FIR, सलमान मर्डर केस पर राजनीतिक टकराव, वीडी और दिग्विजय आमने-सामने

छतरपुर। छतरपुर के राजनगर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस समर्थक सलमान खान की गाड़ी से कुचलकर हत्या के मामले ने अब सियासी रूप ले लिया है। इस मामले को भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है और कमान भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संभाल ली है। पहले भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित 30-35 भाजपाइयों पर हत्या का मुकदमा हुआ और आरोपित भाजपाइयों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिग्विजय सिंह ने खजुराहो थाने के सामने धरना दिया तो भाजपा भी जवाब के लिए मैदान में पूरी तरह से उतर आई।

117 लोग बनाए गए आरोपित

भाजपा की मांग पर पहले कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा व समर्थकों पर एक भाजपा समर्थक की हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया, फिर बिना अनुमति थाने पर धरना देने के लिए दिग्विजय सहित करीब 70 कांग्रेसियों पर आचार सहिंता उल्लंघन का मुकदमा पुलिस ने कायम कर लिया। इसकी मांग भी भाजपा ने ही की थी। तीनों एफआइआर में कुल 117 लोग आरोपित बनाए गए हैं, परंतु किसी की भी अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।

ये है मामला

सलमान की मौत गुरुवार रात को हुई। अगले दिन शुक्रवार को विधानसभा चुनाव का मतदान था, उस दिन मामला सामने आने के बाद से भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था, हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने उस दिन इस संबंध में अपने बयान में सलमान की हत्या की बात से इन्कार किया था, परंतु जब मामले ने तूल पकड़ा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समर्थक प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित कई भाजपाइयों पर मुकदमा लिखा गया तो भाजपा बिफर गई।

वीडी शर्मा ने संभाला मोर्चा

प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बिना जांच के हत्या का मुकदमा लिखने पर पुलिस- प्रशासन को कठघरे में लेते हुए कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक विक्रम सिंह नाती राजा पर ही सलमान की हत्या कराने का आरोप लगा दिया। उसके दूसरे ही दिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 24 घंटे तक थाने का घेराव कर आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दे दिया। गिरफ्तारी तो नहीं हुई पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के छतरपुर पहुंचते ही पिछले दो दिन में कांग्रेस विधायक नातीराजा सहित कई कांग्रेसियों पर दो मुकदमे दर्ज हो गए हैं। वीडी शर्मा और दिग्विजय सिंह ने इस मामले में खुलकर आमने-सामने आ गए हैं, लेकिन इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ की चुप्पी पर सबको हैरत है।

पुलिस बोली-झड़प में गई जान

कांग्रेस के प्रत्याशी और विधायक नाती राजा के वाहन चालक सलमान की हत्या की असल परतें खोलने के लिए अब पुलिस ने पड़ताल तेज कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने हत्याकांड की तह तक जाने के लिए 15 बिंदू तैयार किए हैं। घटनास्थल पर कौन-कौन लोग मौजूद थे, इसका पता लगाया जाएगा और उनसे पूछताछ की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक अमति सांघी ने बताया कि दोनों पक्षों के आरोपों से स्पष्ट है कि गुरुवार देर रात 3 बजे के आसपास झड़प के बाद सलमान की मौत हुई, इसलिए मामला हत्या का है, हालांकि किसकी गाड़ी से कुचलकर यह हादसा हुआ। इसकी पड़ताल की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित घटनास्थल के वीडियो में नजर आने वाले लोगों की पहचान कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। अभी दोनों पक्षों ने जिन जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं, उन्हें आरोपित बनाया गया है। सलमान की हत्या किसकी गाड़ी के नीचे आने से हुई, इसके लिए उस दिन मौके पर मौजूद रही गाड़ियों की जानकारी भी जुटाई जा रही है।

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