पीएम मोदी और CM योगी को मिली जान से मारने की धमकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली है। दाऊद इब्राहिम गिरोह से जुड़े एक व्यक्ति ने मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को एक धमकी भरा कॉल किया है। इस कॉल में आरोपित शख्स ने दावा किया कि दाऊद गिरोह ने उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हत्या की साजिश रचने का निर्देश दिया है। साथ ही जेजे अस्पताल को उड़ाने की धमकी दी।

पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने शख्स पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान कामरान खान नाम से हुई। बता दें कि जेजे अस्पताल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के सबसे प्रमुख अस्पतालों में से एक है। पुलिस ने शख्स पर आईपीसी की धारा 505 (2) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है, जो विभिन्न धार्मिक, नस्लीय, भाषाई या क्षेत्रीय समूहों या जातियों के बीच दुश्मनी, नफरत या दुर्भावना को बढ़ावा देने वाले बयानों को देने पर लगाया जाता है।

पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा, ”दाऊद इब्राहिम गैंग का नाम लेकर मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को धमकी भरा कॉल करने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। शख्स का दावा है कि दाऊद गैंग ने उसे पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की हत्या करने को कहा है। कॉल करने वाले शख्स ने जेजे अस्पताल को उड़ाने की धमकी भी दी है। आईपीसी की धारा 505 (2) के तहत केस दर्ज कर लिया गया ।”

500 करोड़ फिरौती की भी रखी थी मांग

अक्टूबर में, मुंबई पुलिस को एक मेल मिला था जिसमें धमकी दी गई कि अगर भारत सरकार 500 करोड़ का भुगतान करने और कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को रिहा करने में विफल रही तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अहमदाबाद में उनके नाम पर बने स्टेडियम को उड़ा दिया जाएगा। ईमेल में यह भी उल्लेख किया गया है कि आतंकवादी समूह ने हमलों को अंजाम देने के लिए पहले से ही लोगों को तैनात कर दिया था। पुलिस के अनुसार, धमकी भरा मेल शुरू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भेजा गया था, जो स्पष्ट रूप से यूरोप में उत्पन्न हुआ था और संघीय एजेंसी ने मुंबई पुलिस को इसके बारे में सचेत किया था।

इससे पहले अगस्त में, केरल पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जिसने कथित तौर पर राज्य की दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर आत्मघाती हमले की धमकी वाला पत्र लिखा था। हालांकि, बाद में पता चला कि आरोपी ने अपने पुराने दोस्त और पड़ोसी को फंसाने के लिए पत्र लिखा था।

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