इंदौर। इंदौर जिले में विधानसभा चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय ने लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाया। राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने भी मतदाताओं को घर से निकालकर मतदान कराने के लिए मशक्कत की। इसका नतीजा यह रहा कि जिले में इस बार 73.80 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसमें विधानसभा क्षेत्र इंदौर-एक में ताम्रकर धर्मशाला में बनाए गए बूथ नंबर 256 पर 100 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां मतदाताओं की संख्या 1137 है, इसमें पुरुष 560 और 577 महिला मतदाता है। जिले का एकमात्र बूथ है, जहां पर शत-प्रतिशत मतदान हुआ है।
जिले में सबसे कम मतदान विधानसभा क्षेत्र सांवेर के गंगोत्री कोल्ड स्टोरेज पर बनाए गए बूथ नंबर 286 पर 16 प्रतिशत रहा। यहां पर 1014 मतदाता है, लेकिन 166 ने ही मतदान किया। इंदौर जिले में विधानसभा चुनाव के लिए 2561 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन बूथों पर मतदान वाले दिनभर लंबी कतारें लगी रहीं।
कुछ ऐसे भी मतदान केंद्र थे, जहां पर मतदाता ने मतदान में विशेष रूची नहीं दिखाई। विधानसभा क्षेत्र इंदौर-तीन में आने वाले जावरा कंपाउंड लायंस क्लब के 184 नंबर मतदान केंद्र पर भी मतदाताओं ने मतदान में रुचि नहीं दिखाई।
इस बूथ पर मतदाताओं की संख्या 736 थी, लेकिन 302 मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। यहां मतदान 41 प्रतिशत ही मतदान हुआ।
जावरा कपाउंड में ही शासकीय बाल माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए 183 पोलिंग बूथ पर भी 43 प्रतिशत ही मतदान हुआ। 670 मतदाता थे, लेकिन 290 ने ही मतदान किया।
ग्रामीण क्षेत्र के पोलिंग बूथों पर बंपर वोटिंग
इंदौर जिले में 2561 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। इसमें 1840 शहरी क्षेत्र और 721 ग्रामीण क्षेत्र में पोलिंग बूथ बनाए गए थे। ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश पोलिंग बूथों पर बंपर वोटिंग हुई। यहां 70 से 95 प्रतिशत तक वोटिंग हुई। 50 के करीब पोलिंग बूथ ऐसे थे, जहां पर मतदान का प्रतिशत 70 प्रतिशत से कम रहा।
90 प्रतिशत से अधिक मतदान इंदौर जिले में
107 पोलिंग बूथ ऐसे थे, जहां पर 90 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इसमें देपालपुर में सबसे अधिक 66 पोलिंग बूथों पर 90 प्रतिशत से मतदान हुआ।
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