जबलपुर। प्रदेश के एक मात्र वेटरनरी विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है। बैचलर आफ वेटरनरी साइंस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए दो आनलाइन काउंसलिंग पूरी हो गई हैं। इस बार तीसरी आनलाइन काउंसलिंग नहीं होगी।
इस बार सीट कम, सीधे कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) करने का निर्णय
इस बार सीट कम होने की वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीधे कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) करने का निर्णय लिया है, जिसे नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में हो सकती है। इधर दूसरे राउंड की आनलाइन काउंसलिंग में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को 22 नवंबर तक जबलपुर, रीवा और महू वेटरनरी कालेज में अपनी उपस्थिति देनी है। इसके बाद खाली सीटों की स्थिति स्पष्ट होने के बाद सीएलसी राउंड की काउंसलिंग होगी। दरअसल पहले से ही इस साल का नया सत्र तीन माह देरी से शुरू हो रहा है। इस वजह से प्री वेटरनरी टेस्ट देने वाले अधिकांश विद्यार्थियों ने मेडिकल समेत अन्य पाठ्यक्रम में प्रवेश ले लिया था, बावजूद इसके दो चरण की काउंसलिंग में ही अधिकांश सीटें भर गई हैं।
अब क्या होगा
सीएलसी राउंड की काउंसलिंग के लिए स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को जबलपुर वेटरनरी कालेज आना होगा। यहां पर खाली सीटों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ओपन रखी जाएगी। उन्हें कटआफ के मुताबिक नहीं बुलाया जाएगा। विद्यार्थियों को यहां आकर पहले अपना पंजीयन कराना होगा, इसके बाद दस्तावेजों की जांच होगी। खाली सीटों के लिए कैटगरी के मुताबिक प्रवेश मिलेगा। हालांकि इस बार दोनों काउंसलिंग में अधिकांश सीटें पहले ही भर गई हैं, जिस वजह से कम सीटों के लिए ही सीएलसी होगी। विवि की काउंसलिंग कमेटी अब विद्यार्थियों के कालेज रिपोर्टिंग का इंतजार कर रही है।
फीस बढ़ी, फिर भी प्रवेश
वेटरनरी विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम का क्रेज तेजी से बढ़ा है। विवि प्रशासन ने इस बार स्नातक पाठ्यक्रम की फ्री सीट से लेकर पैमेंट सीट की फीस बढ़ा दी है, बावजूद इसके विद्यार्थियों में वेटरनरी में प्रवेश लेने वालों का तादात ऐसी है कि दो काउंसलिंग में ही अधिकांश सीटें भर गई हैं। वहीं इस बार जम्मू कश्मीर व कश्मीरी पंडितों के लिए भी सीटों का आरक्षण दिया गया, लेकिन इस कोटे में सीट नहीं भरीं, जिसे अब बदलकर सामान्य कोटे की सीटों में शामिल किया जाएगा। विवि प्रशासन ने पहले ही इन सीटों में काउंसलिंग कर ली, ताकि मुख्य काउंसलिंग में शेष सीटों को सामान्य सीटों में शामिल किया जा सके।
अगले साल नहीं होगी प्रीवीटी
वेटरनरी विश्वविद्यालय की स्नातक सीटों में अभी तक प्री वेटरनरी टेस्ट द्वारा प्रवेश दिया जाता है, जो प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड लेता है। इस साल यह आखिरी एग्जाम था। 2024 से अब मध्यप्रदेश स्तर पर प्री टेस्ट नहीं होगा। अब नीट में शामिल हाेने वाले विद्यार्थियों को ही स्नातक की काउंसलिंग में शामिल होने मिलेगा। इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों काे ज्यादा मशक्कत करनी होगी। हालांकि नीट में मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को तय सीटों पर आरक्षण दिया जाएगा। इधर विवि ने पहले ही जबलपुर, रीवा और महू वेटरनरी कालेज में 60 से 100 सीटें कर दी हैं।
एक नजर में
- जबलपुर, रीवा और महू वेटरनरी कालेज में स्नातक पाठ्यक्रम की कुल 300 सीटें हैं।
- पहली बार दो आनलाइन काउंसलिंग में ही अधिकांश सीटें भर चुकी हैं।
- दूसरी काउंसलिंग में विवि ने स्नातक की कटआफ लिस्ट में बदलाव नहीं किया।
- पैमेंट सीट की फीस सीधे 15 लाख से अधिक कर दी है, फिर भी प्रवेश ले रहे हैं।
तीनों कालेज में वेटरनरी के स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए दो आनलाइन काउंसलिंग हो चुकी है। अब तीसरी काउंसलिंग आफलाइन होगी। इसका शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। विवि की काउंसलिंग कमेटी इस पर काम कर रही है।
प्रो.एसपी तिवारी कुलपति वेटरनरी विवि जबलपुर।
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