भोपाल। सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षाएं छह दिसंबर से शुरू हो रही है। पिछले साल से बोर्ड की तर्ज पर तिमाही और छमाही परीक्षाएं ली जा रही हैं, क्योंकि दोनों परीक्षाओं के पांच प्रतिशत अंक बोर्ड व वार्षिक परीक्षा में जोड़े जाते हैं।
ये अंक स्कूल की ओर से भेजे जाते हैं। लोक शिक्षण संचालनालय इस परीक्षा के प्रश्नपत्र तैयार कराकर परीक्षा आयोजित कराता है। स्कूलों के प्राचार्यों के लागइन पर प्रश्नपत्र भेजे जाते हैं, जिसे प्रिंटआउट कराकर विद्यार्थियों के बीच वितरित किए जाते हैं।
इस बार छमाही परीक्षाओं में विद्यार्थियों के परफार्मेंस प्रभावित होने की संभावना है, क्योंकि इस बार स्कूल शिक्षा विभाग में स्थानांतरण, वरिष्ठता सूची जारी करने व विधानसभा चुनाव के चलते स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका है।
अधिकत्तर स्कूलों में 50 फीसद से भी कम पाठ्यक्रम पूरा हुआ है। स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए जाने और शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगाए जाने के कारण फिलहाल शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। सोमवार से फिर से स्कूलों में पढ़ाई दस दिन बाद शुरू हुई है।
पिछले सालों में छमाही परीक्षा तक पाठ्यक्रम लगभग पूरा हो जाता था।दिसंबर से रिवीजन और अतिरिक्त कक्षाएं लगनी शुरू हो जाती थी।
नौवीं-दसवीं की परीक्षा छह दिसंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर को समाप्त होगी। परीक्षा का समय सुबह नौ से 12 बजे तक रहेगा।वहीं,11वीं-12वीं की परीक्षा 6 दिसंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर को समाप्त होगी।
प्रायोगिक परीक्षाएं छह से शुरू होगी
परीक्षा का समय प्रश्र-पत्रों के अनुसार अलग-अलग रखा गया है। कुछ परीक्षाओं का समय सुबह 9 से 12 बजे व कुछ प्रश्र-पत्रों का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक रहेगा। नौवीं-10वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं छह से 15 दिसंबर के बीच व 11वीं-12वीं की छह से 16 दिसंबर के बीच होगी। आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का लाभ 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षा में मिलेगा।
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