जालंधर : हाल ही में एक मोबाइल ऐप के जरिए करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। महादेव ऐप के नाम से चल रहे इस मोबाइल ऐप में करीब 15,000 करोड़ रुपए का घोटाले की बात सामने आ रही है। अभी तक इस मामले में दिल्ली, मुंबई, झारखंड और बिहार के लोगों के नाम ही सामने आ आए थे, लेकिन अब इस मामले में पंजाब और खासकर जालंधर का नाम सामने आया है क्योंकि इस संबंध में दर्ज की गई एफ.आई.आर. में जालंधर के एक बड़े बिल्डर का भी नाम अंकित किया गया है।
31 आरोपियों में शामिल है चंद्र अग्रवाल का नाम
खबर मिली है कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में बड़ा एक्शन लिया गया है। मुंबई पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया है, जिसमें 2 बड़े कारोबारियों के नाम सामने आए थे। दरअसल, यह मामला सामाज सेवक प्रकाश बंकर की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिसमें देशभर में चल रहे इस ऐप के तार दुबई के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से भी जुड़े नजर आ रहे हैं। इस एफआईआर में कुल 31 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें जालंधर के बिल्डर चंद्र अग्रवाल का नाम भी शामिल है।
चंद्र का साथी दिनेश खंबाट भी मामले में शामिल
जानकारी के मुताबिक, यह एफआईआर खिलाड़ी ऐप के खिलाफ दर्ज की गई है, जो महादेव ऐप की सहायक कंपनी है। मुंबई के माटुंगा पुलिस स्टेशन में दर्ज इस एफआईआर में जालंधर के बिल्डर चंद्र अग्रवाल का नाम आने के बाद सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग से जुड़े लोगों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। प्रकाश बंकर की शिकायत के अनुसार, एफ. आईआर में इस बात का जिक्र किया गया है कि आरोपी चंद्र अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारती में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के मुख्य सट्टेबाज हैं और महादेव और खिलाड़ी तथा इस प्रकार की अन्य ऐप के माध्यम से सट्टेबाजी का दौर चला रहे हैं थे।
चंद्रा की लीग में साथ बैकडोर में कई पार्टनर
खबर यह भी मिली है कि चंद्र तथा दिनेश से एक अन्य आरोपी अमित शर्मा भी जुड़ा था, जो उनकी मदद करता था। चंद्र अग्रवाल की लीग में अमित शर्मा बैकडोर पार्टनर हैं और उनके दुबई के 2 लोगों हेमंद सूद और रोहित कुमार के साथ हैं। गौरतलब है कि हाल ही में महादेव बुकिंग ऐप को केंद्र सरकार ने बैन कर दिया है और अब इसकी जांच ईडी कर रही है। इस मामले में ईडी ने छत्तीसगढ़ के 2 पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया है।
ऐप के प्रमुख्य सरगना सौरव की डॉन के भाई से पार्टनरशिप
जानकारों का कहना है कि इस पूरे गोरख धंधे का नेटवर्क अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि महादेव ऐप के प्रमुख सरगना सौरव चंद्राकर है, जिसने गेम को लॉन्च किया था। इस ऐप में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम, सौरव का पार्टनर बताया जा रहा है। यह भी पता चला है कि महादेव ऐप के अंदर एक अन्य ऐप है, जिसको ‘खेलो यार’ के नाम से जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान में चलाया जा रहा है। मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर दर्ज की है, उसमें भी सौरव चंद्राकर, मुस्तकीम, सौरव के पार्टनर रवि उप्पल, जालंधर के बिल्डर चंद्र अग्रवाल और कई अन्य लोगों के नाम मैच फिक्सिंग रैकेट में शामिल बताए गए हैं।
राजनेताओं से लेकर बॉलीवुड एक्टर तक के नाम शामिल
एफआईआर में इस बात का उल्लेख किया गया है कि चंद्र अग्रवाल जो लीग चला रहा है, उसमें पिछले दरवाजे से कई लोगों को पार्टनरशिप दी है, जिसमें अमित शर्मा के साथ-साथ कई अन्य लोग भी शामिल हैं। जानकार तो यह भी बता रहे हैं कि ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव ऐप के प्रमुख शुभम सोनी का बयान हासिल हुआ है, जिन्होंने आरोप लगाया गया है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के एक बड़े नेता को 508 करोड़ रुपए दिए थे। ईडी को अपनी जांच में यह भी पता चला है कि कुछ पुलिसकर्मी महादेव ऐप के प्रमोटरों के लिए काम कर रहे थे। ईडी द्वारा तैयार की गई चार्जशीट बनाई गई है, उसमें सौरव चंद्राकर, रवि उप्पल के साथ-साथ विकास छापरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दमानी, सुनील दमानी, विशाल आहूजा और धीरज आहूजा के नाम शामिल हैं। उनके अलावा इस मामले में कुछ बॉलीवुड एक्टर भी इस मामले में ईडी की जांच के दायरे में हैं।
पंजाब के रियल एस्टेट कारोबारियों के होश
करीब 15 हजार करोड़ रुपए के इस बड़े घोटाले में चंद्र अग्रवाल का नाम आने और केस दर्ज होने के बाद पंजाब के रियल एस्टेट कारोबारियों के लिए खतरे की घंटी बज गई है। इसकी वजह यह है कि चंद्र अग्रवाल के साथ कई लोगों ने प्रॉपर्टी में इन्वैस्ट किया है। जानकार यह भी बता रहे हैं कि चंद्र अग्रवाल ने लुधियाना, चंडीगढ़, जालंधर, मोहाली में कई बड़े प्रोजेक्ट में इन्वैस्ट कर चुका है। अब जिन प्रोजैक्ट्स पर चंद्र का पैसा लगा है, वे भी ईडी की रडार पर आ गए हैं। अगर ईडी जांच शुरू करती है तो चंद्र के साथ रियल एस्टेट में इन्वैस्टर्स की भूमिका निभाने वाले लोग पर भी गाज गिर सकती हैं।
ईडी के रडार पर ऐप स्कैम के आरोपी
ईडी के रडार पर चल रहे महादेव ऐप घोटाले के आरोपियों पर आने वाले दिनों में गाज गिरना तय है क्योंकि देश भर में इस घपले की जहां हर तरफ चर्चा हो रही है, वहीं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सार्वजनिक तौर पर इस मामले में अपने बयान दे चुके हैं। उन्होंने खुद कहा है कि ईडी की तरफ से इस घोटाले के सभी आरोपियों को बेनकाब कर उन पर कार्रवाई करेगी।
पिछले साल हुई थी चंद्र अग्रवाल के घर पर इनकम टैक्स की रेड
रियल एस्टेट कारोबारी चंद्र अग्रवाल का विवादों से रिश्ता नया नहीं है। इससे पहले भी वह जांच एजेंसियों के घेरे में आते रहे हैं। पिछले साल नवंबर में चंद्र अग्रवाल के जालंधर के गुरु तेग बहादुर नगर स्थित घर और दफ्तर पर इनकम टैक्स की रेड हुई थी। बताया जा रहा है कि उक्त रेड हिमाचल और गुजरात के विधानसभा चुनावों में फंडिंग को लेकर अग्रवाल पर उक्त मामले में जब आयकर विभाग चंद्र अग्रवाल के घर पर रेड करने गया था तो उसे दीवार फांदकर घर में प्रवेश करना पड़ा था। उक्त छापेमारी 4 से 5 दिनों से चल रही थी।
चंद्र के तथाकथित पार्टनर भी जांच एजेंसियों के निशाने पर
महादेव ऐप मामले में रडार पर आए जालंधर के बिल्डर चंद्र अग्रवाल और रियल एस्टेट और मैच फिक्सिंग मामले में तथाकथित पार्टनर भी सरकार तथा ईडी के निशाने पर आ गए हैं। जानकारी मिली है कि उनके इन पार्टनर्स ने जालंधर के आसपास के इलाकों में चंद्र के कई प्रोजेक्ट्स में उसके इन पार्टनर ने काफी बड़ी राशि इन्वैस्ट कर रखी है। इनमें जहां कुछ बिल्डर शामिल हैं, वहीं कुछ उद्योगपति और कुछ होटल कारोबारी भी शामिल हैं। पता चला है कि ईडी की तरफ से इन सभी लोगों के खाते खंगाले जाने की संभावना है। क्योंकि इन लोगों ने भी चंद्र के साथ मिलकर बड़ी राशि इन्वैस्ट कर रखी थी। पता चला है कि ईडी के साथ-साथ आईबी और एनआईए भी जांच के दायरे में हैं क्योंकि महादेव ऐप से जुड़े कई लोगों के डॉन दाऊद इब्राहिम से लिंक सामने आ रहे हैं।
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