निराशा और तनाव ने जकड़ा.. सुसाइड के ख़याल भी आए, आज शमी बने देश के सबसे बड़े हीरो

बीते दिन हुए वर्ल्डकप सेमीफाइनल, भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच हुए मैच में शानदार प्रदर्शन कर भारत ने ये मैच जीत लिया है। तो वहीं मोहम्मद शमी की शानदार गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड को इस मैच में 7 विकेट से हरा कर एक शानदार रिकॉर्ड कायम किया है। जिससे वह भारतीय गेंदबाजों में वर्ल्ड कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले बन गए हैं। इसमें उन्होंने जहीर खान के पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ा है। इसके अलावा, मोहम्मद शमी ने इस वर्ल्ड कप में कुल 23 विकेट लिए हैं, जो इस सीजन के लिए सर्वाधिक है। उनके शानदार प्रदर्शन ने टूर्नामेंट के छह मैचों में बहुत बड़ा रोल निभाया है।

3 बार खुदकुशी करने की कोशिश की
इसी बीच शमी ने बताया कि उन्होंने 3 बार खुदकुशी करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा,” अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिला होता तो में कब का क्रिकेट को छोड़ देता। मैंने 3 बार खुदकुशी करने की कोशिश की। मेरा घर 24वीं मंजिल पर है जिसके चलते मेरे परिवार को डर था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद कर खुदकुशी ना कर लूं।” उस समय उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे कठिन दौर के बारे में जिक्र किया था। लेकिन फिर समय ने ऐसी करवट ली की फिर शमी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। और आज शमी की गेंदबाजी को पुरी दुनिया ने माना है।

2015 वर्ल्ड कप के बाद चोट से वापसी
यहां तक पहुंचने शमी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। पिछले कुछ वर्ष भी शमी के लिए असान नही थे। यही वो समय था जब उन्होंने तीन बार सुसाइड करने का सोचा था। 2015 वर्ल्ड कप के बाद चोट से वापसी कर रहे शमी की  पर्सनल लाइफ में बहुत उथल-पुथल मची हुई थी, लेकिन शायद उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। उन्होंने अपने परिवार के साथ मिल कर बुरे वक्त को हराया है और आज उनकी गेंदबाजी को पुरी दुनिया मान चुकी है।

टीम में वापसी करने में मुझे 18 महीने लग गए
बतां दे, 2020 में कोरोनाकाल के दौरान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव में शमी ने अपने सुसाइड के ख्याल आने वाली बात का खुलासा किया था।उन्होंने कहा, “मैं 2015 वर्ल्ड कप में चोटिल हो गया था। जिसके कारण टीम में वापसी करने में मुझे 18 महीने लग गए थे। वह समय मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था। इन सब के बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया था। उस वक्त मीडिया में भी काफी कुछ चल रहा था। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अगर मेरे परिवार का साथ मुझे नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट को कब का छोड़ देता।

ठीक उसी समय  मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में भी सोचा। उस समय मेरा परिवार मेरे साथ था और इससे बड़ी ताकत मेरे लिए कुछ नहीं हो सकती। जब अभ्यास के समय मैं दुखी हो जाता था तब मेरा परिवार मुझसे कहता था कि फोकस करो। मेरे भाई और मेरे दोस्त मेरे साथ थे, यह बात कभी नहीं भूल सकता।

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