इंदौर। दीपावली के बाद हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार छठ पर्व होता है। बिहार और उत्तरप्रदेश में यह त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है और इस पूर्व के लिए तैयारियों कई दिनों पहले ही शुरू हो जाती है। छठ पूजा में छठी मैया और भगवान सूर्यदेव की विशेष आराधना की जाती है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस साल छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर को होगी। 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व का समापन 20 नवंबर को होगा।
भगवान सूर्य की आराधना
छठ पर्व की शुरुआत चतुर्थी तिथि को नहाय खाय की प्रथा की साथ होती है। इसके अगले दिन पंचमी तिथि को खरना और षष्ठी तिथि को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। वहीं सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत का पारण किया जाता है। यदि आप भी छठ पर्व के दौरान भगवान सूर्य को प्रसन्न करना चाहते हैं तो ये उपाय कर सकते हैं।
सुबह स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें
छठ पूजा के पहले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें और भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। इस दौरान कच्चे चावल व गुड़ को पवित्र नदी में प्रवाहित करना चाहिए। वहीं दिन में चावल, दूध और गुड़ से बनी खीर जरूर खाना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं।
बहते जल में प्रवाहित करें तांबे का सिक्का
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, छठ पूजा का पर्व 4 दिन चलता है। इस दौरान किसी बहती नदी में तांबे का सिक्का प्रवाहित करना चाहिए। ऐसा करने से भी सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। यदि किसी जातक की लग्न कुंडली में सूर्य दोष होता है तो इसका निवारण होता है।
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