बालाघाट में स्मृति ईरानी बोलीं- सोनिया मैडम कहती थीं, राम का अस्तित्व नहीं, आज उनके बच्चे रामभक्तों से वोट मांगने घूम रहे

कटंगी/बालाघाट। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बुधवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जिले की कटंगी और बालाघाट विधानसभा पहुंचीं। बालाघाट विधानसभा के लालबर्रा के हाईस्कूल मैदान में उन्होंने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को भाजपा की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कांग्रेस को राम मंदिर तथा भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाने पर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसलिए चुनाव लड़ रही है ताकि बंदरबांट हो सके। कांग्रेसी एक-दूसरे से पूछ रहे हैं कि इस लाड़ली बहना योजना का क्या करें। कांग्रेसी बात कर रहे हैं कि अगर सत्ता में आ गए तो इस योजना को बंद कर देंगे।

गरीब बहनों को पैसे जाए तो गांधी खानदान को न सुहाए

स्मृति ईरानी ने कहा कि गरीब बहनों को पैसे जाए तो गांधी खानदान को न सुहाए। गांधी खानदान के राज में बालाघाट में भी मेडिकल कालेज नहीं खुल सका था, लेकिन भाजपा ने इस कमी को पूरा किया है। मंच से स्मृति ईरानी ने एक बच्चे से उसका नाम और भगवान राम के बारे में पूछा। इस पर स्मृति ने कहा कि देखिए, बच्चे को भगवान राम कौन हैं, ये पता है लेकिन सोनिया मैडम (सोनिया गांधी) को नहीं पता कि राम भगवान कौन हैं। जब वह सत्ता में थीं तो कहती थीं कि राम का कोई अस्तित्व नहीं हैं। आज उनके बच्चे (राहुल गांधी व प्रियंका गांधी) रामभक्तों से वोट मांगने घूम रहे हैं। स्मृति ईरानी ने गौरीशंकर बिसेन से वचन लिया कि चुनाव जीतने के बाद वह अमेठी और अयोध्या आएंगे और अपनी बहन (स्वयं को) आशीर्वाद देंगे। स्मृति ईरानी ने अपने भाषण का समापन जय श्रीराम के जयकारों से किया।

राहुल जी ने तो वैक्सीन लगाने से मना कर दिया था

कटंगी के मेहकेपार में स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि मोदी शेर हैं। उन्होंने तय कर दिया है कि पांच साल तक गरीबों को निश्शुल्क अनाज मिलेगा, तो मिलेगा। यही यदि दिल्ली में मैडम (सोनिया गांधी) की रिमोर्ट वाली सरकार होती, तो ढाई साल भी देश के गरीब परिवारों को अनाज फ्री में नहीं मिलता। कोरोना के समय केंद्र की नरेंद्र मोदी ने गोरों (विदेशी) के सामने हाथ ना फैलाकर देश में वैक्सीन बनाकर करोड़ों लोगों की जान बचाई, लेकिन राहुल जी चाहते थे कि देश में वैक्सीन ना बनाओ, विदेश से वैक्सीन मंगाओ। यही नहीं राहुलजी ने मोदी की वैक्सीन तक लगाने से मना कर दिया था। गांधी खानदान चाहता था कि गरीब वैक्सीन ना लगाए और मर जाए ताकि वह देश में अपनी राजनीति चला सकें।

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