इंदौर। घर की साफ-सफाई से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर में साफ-सफाई हो तो सभी बीमारियों भी दूर होती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सफाई करने का विशेष महत्व होता है, इससे तरक्की, सेहत और मानसिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव होता है। घर की साफ-सफाई किस दिशा करना चाहिए इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
वास्तु में साफ कहा गया है कि सूर्य के अस्त होने के बाद या ब्रह्म मुहूर्त में साफ सफाई नहीं करनी चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य के अस्त और ब्रह्म मुहूर्त माता लक्ष्मी के घर में प्रवेश करने का समय होता है। अब ऐसे में आपको अगर झाड़ू लगानी ही पड़े, तो कूड़े को सूर्य के उगने के बाद ही बाहर फेंके।
यहां से करें साफ-सफाई की शुरुआत
वास्तु के अनुसार सबसे पहले उत्तर दिशा की तरफ से घर की सफाई करनी चाहिए। घर की इस दिशा में कुबेर रहते हैं, इसलिए यहां से सफाई करने से सब सकारात्मक होता है।
छत पर रखें ना रखें कबाड़
घर में छत पर कभी भी कूड़ा या फिर टूटा फूटा सामान नहीं रखना चाहिए। वास्तु के हिसाब से ऐसा माना गया है कि ऐसा करने से लक्ष्मी रूठ जाती हैं और घर में दरिद्रता फैल जाती है।
पानी में नमक डालकर पोंछा लगाएं
घर में जब भी पोंछा लगाएं, तो पानी में नमक जरूर मिलाएं। पानी में नमक मिलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर भागती है। मंगलवार और शनिवार को नमक के पानी से पोंछा जरूर लगाना चाहिए।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.