दीपावली की रस्म निभाते वक्त मामूली बात पर हत्या, जंगल में मिला वृद्ध का शव

बालाघाट। एक तरफ जहां लोग दीपावली की खुशियां मना रहे थे, तो वहीं दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो लोगों की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई। पहला मामला तंत्र-मंत्र के शक में हत्या का है, तो दूसरा मामला दीवाली की रात ग्रामीण क्षेत्राें में निभाई जाने वाली रस्म के वक्त उपजे विवाद के बाद हत्या का है।

पुलिस कर रही मामलों की जांच

दोनों ही मामलों में पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। लांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत बहेला के लोहारा जंगल में शनिवार देर शाम 63 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या की गुत्थी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। जहां जंगल मार्ग से गुजरने वाले कुछ राहगीरों ने बुजुर्ग का शव देखा और पुलिस को सूचना दी। वहीं, लामता थाना क्षेत्र में रविवार को दीवाली की रात रस्म निभाते वक्त सिर्फ धक्का लगने की मामूमी बात पर विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित युवक ने 42 वर्षीय व्यक्ति के सिर पर लकड़ी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।

मौकास्थल पर मिले नारियल, अगरबत्ती के अंश, तंत्र-मंत्र की आशंका

पहला मामला लांजी के बहेला थाना अंतर्गत लोहारा के जंगल का है, जहां शनिवार देर शाम खांडाफरी निवासी 63 वर्षीय लीलाराम पुसाम पिता मुंशीजी पुसाम का शव खून से लथपथ शव मिलने से लोग सहम गए। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का है। बताया गया कि किसी अज्ञात ने वृद्ध के सिर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी।

राहगीरों ने जंगल मार्ग में शव देखा तो इसकी सूचना डायल 100 में दी, जिसके बाद डायल 100 से पुलिस पहुंची और शव देखकर घटना की सूचना डायल 100 के पुलिसकर्मी द्वारा बहेला पुलिस को दी गई। पुलिस बल ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर शव पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। जहां शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मौका स्थल पर मिले नारियल और अगरबत्ती के अंश, तंत्र-मंत्र या अंधविश्वास के चलते हत्या के शक को गहरा कर रहे हैं। पुलिस की मानें तो किसी भारी चीज से वृद्ध के सिर पर प्रहार कर हत्या की गई है।

ढार बांधने जुटे थे ग्रामीण, धक्का लगने से बढ़ा विवाद, कर दी हत्या

दूसरा मामला लामता थाना क्षेत्र के ग्राम खुरसोड़ा का है, जहां दीवाली पर लक्ष्मीपूजा की रात अहिर समाज द्वारा ढार (एक तरह से पूजन का प्रतिक) बांधने की परंपरा निभाई जाती है। रविवार की रात गांव के प्रमोद मड़ावी के घर करीब साढ़े आठ बजे यह परंपरा निभाई जा रही थी, तभी दिनेश पिता पतिराम यादव उम्र-42 को देव (भक्ति की धुन में झूमना) आ गया। भगवान की भक्ति में लीन दिनेश आगे बढ़ रहा था, इसी बीच प्रमोद मड़ावी काे धक्का लग गया। इससे आक्रोशित प्रमोद का दिनेश व उनके स्वजनों से विवाद हो गया।

प्रमोद व दिनेश के परिचितों के बीच देर तक झगड़ा होता रहा। तभी प्रमोद ने घर में रखे माेटे लट्ठ से दिनेश के सिर पर वार कर दिया। इससे दिनेश लहूलुहान होकर बेहोश हो गया। आनन-फानन में दिनेश के स्वजनों ने डायल हंड्रेड की मदद से दिनेश को पहले लामता अस्पताल लाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां चिकित्सकों द्वारा उपचार के बाद दिनेश को गोंदिया रेफर करने की तैयारी थी। इससे पहले कि उसे गोंदिया रवाना किया जाता, दिनेश ने दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम कराया गया और शव स्वजनों को सौंपा गया। मृतक के छोटे भाई दिलीप यादव ने बताया कि घटना के वक्त प्रमोद और दिनेश दोनों शराब के नशे में थे। मृतक दिनेश के तीन पुत्र हैं जो गांव में रहते हैं। दिनेश मजदूरी व किसानी करता था।

इनका कहना…

मृतक दिनेश यादव के स्वजनों ने बयान दिया है कि ढार बांधने की परंपरा निभाते वक्त दिनेश यादव और प्रमोद मड़ावी के बीच धक्का लगने से विवाद हो गया था और प्रमोद ने दिनेश के सिर पर लट्ठ से वार कर उसकी हत्या कर दी। इससे पहले दिनेश को घायल अवस्था में लामता अस्पताल फिर जिला अस्पताल लाया गया था, लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की अग्रिम जांच के लिए मर्ग डायरी, लामता थानाा भेजी जा रही है।

शिवदयाल पटले, एएसआई, प्रभारी अस्पताल चौकी

खांडाफरी निवासी वृद्ध का शव राहगीरों को दिखाई देने पर डायल 100 पर इसकी सूचना दी गई थी। पुलिस बल ने मौका स्थल पहुंचकर शव बरामद किया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि किसी ने वृद्ध लीलाराम की हत्या की है। जिसमें हत्या की धारा में अपराध कायम कर विवेचना की जा रही है।

डीएस मरावी, थाना प्रभारी, बहेला थाना

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