नई दिल्ली। दिवाली का त्योहार धनतेरस के आने से ही शुरू हो जाता है। छोटी दिवाली के एक दिन बाद दीवाली मनाई जाती है। छोटी दीवाली को नरक चतुर्दशी में बोलते हैं। 11 नवंबर यानि कि आज नरक चतुर्दशी मनाई जा रही है। नरक चतुर्दशी को यमराज की पूजा होती है। नरक चतुर्दशी को रूप चतुर्दशी और यम चतुर्दशी भी कहा जाता है।
नरक चतुर्दशी पर शाम को दीपक जलाने की मान्यता है। यह माना जाता है कि शाम के समय घर के बाहर दीपक जलाने से अकाल मृत्यु टलती है। इस दीपक को यम कहा जाता है। यह यमराज के लिए जलाया जाता है।
छोटी दिवाली 2023 शुभ मुहूर्त
छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी 11 नवंबर मनाई जा रही है। दोपहर 1 बजकर 57 मिनट से चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी। इसका समापन 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर हो जाएगा। इस दौरान अभ्यांग स्नान मुहूर्त के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसका मुहूर्त 12 नवंबर को सुबह 5 बजकर 28 मिनट से लेकर 6 बजकर 41 मिनट तक ही होगा। इस बीच में ही स्नान करना शुभ होगा।
क्यों मनाई जाती है नरक चतुर्दशी
लोग का यह जानना जरूरी है कि आखिर नरक चतुर्दश मनाई क्यों जाती है। दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन नरकासुर नाम के राक्षस का वध किया था। नरकासुर ने अपनी कैद में 16 हजार से ज्यादा महिलाओं को कैद कर रखा था। भगवान श्रीकृष्ण ने उसको मारकर उन्हें उसकी कैद से छुड़ा दिया। उसके बाद से इस दिन नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाने लगा।
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