सिवनी। शीत ऋतु के शुरूआती खुशनुमा मौसम के बीच दीपावली की छुट्टियां मनाने पेंच टाइगर रिजर्व पहुंचे रहे पर्यटकों को रोमांचित करने वाले वन्यजीवों के आकर्षक नजारे दिखने को मिल रहे हैं। फिलहाल पार्क में विदेशी पर्यटकों की संख्या कम नजर आ रही है, लेकिन गाइड व जिप्सी चालकों को उम्मीद है कि दीपावली के बाद विदेशी और देशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। पर्यटकों की संख्या यहां ठंड के गिरते पारे के साथ ही हर साल बढ़ती जाती है।
होटल व रिसोर्ट संचालकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं
दिसंबर-जनवरी में सबसे ज्यादा पर्यटक जंगल की सैर का लुत्फ उठाने पेंच पार्क पहुंचते हैं। इसके लिए होटल व रिसोर्ट संचालकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। दीपोत्सव पर रोशनी से सराबोर रिसोर्ट में पर्यटक सुकून के पल बिताने हर साल आते हैं। हालाकि इस बार विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते पेंच पहुंचने वाले सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की संख्या ना के बराबर है।शुक्रवार को 69 जिप्सी वाहनों से 274 पर्यटकों ने जंगल की सैर की, जिसमें 35 विदेशी पर्यटक भी शामिल रहे। शनिवार को भी सुबह व दोपहर के सत्र में करीब 300 पर्यटकों ने जंगल सफारी का मजा लिया।
कुछ पर्यटकों को दिख रहा बाघ
सफारी में हर दिन अलग-अलग रोमांच नजारे देखने को मिल रहे हैं।गुरूवार को सफारी के दौरान पेयोथड़ी क्षेत्र में शिकार बने चीतल शावक को मुंह में दबाकर जंगल की कच्ची सड़क पर चलते हुआ फोटो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक फिलहाल सफारी के दौरान पर्यटकों को चार शावकों के साथ बीजामट्टा बाघिन, दो शावकों के साथ पाड़देव बाघिन, लगड्डी बाघिन की बेटी लक्ष्मी, बीजामट्टा की बेटी काला पहाड़ बाघिन के अलावा एल मार्क और स्वास्तिक नर बाघ भी कुछ पर्यटकों को सफारी के दौरान दिखाई दे रहे हैं।
प्रवासी परिंदों का इंतजार
तापमान में गिरावट के साथ जंगल में ठंड का असर देखने को मिल रहा है। जंगल में धूप सेंकने वन्यप्राणी मैदानी क्षेत्रों में दिख रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड तेज होने के साथ ही पेंच टाइगर रिजर्व में प्रवासी परिंदों का समूह आमद देना शुरू कर देगा। सफारी के दौरान वन्यप्राणियों व जंगल के खूबसूरत नजारें दिखने को मिल रहे हैं। बाघ के दीदार करना सभी पर्यटक के लिए संभव नहीं होता। लेकिन अन्य वन्यप्राणी बायसन, चीतल, सांभर, नीलगाय, चौसिंगा, चिंकारा, सियार इत्यादि आसानी से देखने को मिल जाते हैं।
पेंच देश के सबसे अधिक शाकाहारी घनत्व वाला पार्क
देश के सबसे अधिक शाकाहारी घनत्व वाले पार्क पेंच में मांसाहारी प्राणियों में बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, कुत्ते, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, भेड़िया आदि पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पेंच राष्ट्रीय उद्यान में 325 पक्षियों की प्रजाति मिलती हैं। पार्क कोर क्षेत्र के 82.30 वर्ग किमी क्षेत्र के करीब 116 किमी कच्चे रास्तों पर (20 फीसद) पर्यटकों को सफारी कराई जाती है। सबसे ज्यादा सैलानी टुरिया गेट से पेंच पहुंचते हैं। कोर एरिया के साथ खवासा के तेलिया बफर में डे-नाइड सफारी पिछले कई सालों से चल रही हैं। वहीं रूखड़, सकाटा बफर जंगल में सैर करने सैलानी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। प्रकृति व वन्यजीवों से पर्यटकों को रूबरू कराने 150 से ज्यादा प्रशिक्षित गाइड हैं, जिनमें महिला गाइड भी शामिल हैं।
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