भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम अनमना बना हुआ है। प्रदेश के अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान तो बढ़ ही रहा है। न्यूनतम तापमान में भी बढ़त दिख रही है। राजधानी भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर के न्यूनतम तापमान में भी पिछले दिनों के मुकाबले वृद्धि हो रही है। मौसम वैज्ञानिक इस बात से हैरान हैं कि आम तौर पर नवंबर के दूसरे हफ्ते में गुलाबी ठंडी दस्तक दे देती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है।
प्रदेश के अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान ज्यादा होने से लोगों को ठंडक का अहसास नहीं हो रहा है। प्रदेश के अधिकतम तापमान में वृद्धिदर रविवार को भी जारी रही। दो जिले मंडला और गुना में तो तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पार कर गया। मंडला में 34.4 तो वहीं गुना में 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।
प्रमुख शहरों के तापमान की बात करें तो भोपाल में भी तापमान बढ़कर 33.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रतलाम में 33.2, उज्जैन में 33.4, जबलपुर में 32.4, रीवा में 32.6, सतना में 33.4, ग्वालियर में 33.1, इंदौर में 31.3, खंडवा में 32.5, खरगोन में 33.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ।
वहीं, न्यूनतम तापमान की बात की जाये तो प्रदेश के सात जिलों का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस की नीचे रिकार्ड हुआ। इसके अलावा अन्य सभी जिलों का तापमान में वृद्धि दर्ज हुई। प्रदेश में सबसे कम तापमान छिंदवाड़ा जिले में 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।
मंडला में 13.5, बालाघाट के मलाजखंड में 14.1, उमरिया में 14.2 बैतूल में 14.5, खंडवा में 14, रायसेन में 14.6, राजगढ़ में 14 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया। वर्तमान में मौसम को देखते हुए लग रहा है कि प्रदेश में दीपावली यानि की 12 नवंबर तक ठंड दस्तक दे सकती है। 15 नवंबर के बाद से अधिकतम तापमान के साथ ही न्यूनतम पारा में भी गिरावट आने का अनुमान है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में पश्चिमी डिस्टरबेंस कमजोर हो गया है। प्रदेश के उत्तरी हिस्से में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। यह प्रति चक्रवात प्रदेश में उत्तर भारत से ठंडी हवा आने से रोक रहा है। इस कारण प्रदेश की हवा का रुख पूर्वी हो गया है। इसी के चलते प्रदेश की ज्यादातर हिस्सों में तेज ठंड नहीं पड़ रही है। मौसम विभाग में अनुमान जताया है कि अभी कुछ दिनों तक रात का तापमान सम्मान से अधिक रह सकता है।
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