Kanya Pujan के नाम पर दो बच्चियों का अपहरण…गिरोह में दिल्ली की एक डॉक्टर भी

मध्य प्रदेश के भोपाल में दो बच्चियों को किडनैप करने वाले गिरोह के बारे में कई अहम खुलासे हुए हैं। पुलिस ने अपनी तेज छानबीन से 48 घंटे के अंदर गैंग को पकड़ कर सलाखों के पीछे बंद कर दिया है। छानबीन में पता लगा कि इस गुनाह को अंजाम देने के लिए अरोपी मर्सिडीज कार का उपयोग करते थे, ताकि किसी को भी उन पर शक ना हो। इस गैंग में एक महिला डॉक्टर है जो पेशे से एक फिजियोथेरेपिस्ट है, वो भी इसमें शामिल थी। किडनैपिंग के बाद दोनों बच्चों को इसी डॉक्टर के पास ही बेचा जाना था।

जानें पूरा मामला
दरअसल, नवमी के दिन कर्फ्यू माता मंदिर से कन्या पुजन के लिए बुलाई दो बच्चियों को अगवा कर लिया गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए शहर के 200 से ज्यादा CCTV की फुटेज की मदद से आरोपियों को 48 घंटे में पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने कोलार में सथित एक इंग्लिश विला कॉलोनी में पिछले 6-7 महीने से किराए के घर में रह रहे थे। पुलिस ने यह भी बताया कि इसी घर की वजह से गैंग के पांच सदस्य पकड़े गए।

आरोपी कोन
आरोपियों में शामिल हरियाणा की रहने वाली अर्चना सैनी अपने लिव इन पार्टनर निशांत रामास्वामी (जो की केरल के निवासी है), अर्चना का बेटा सूरज और उसकी गर्लफ्रेंड मुस्कान बानो समेत अर्चना की नाबालिग बेटी भी शामिल हैं। पुलिस ने अगवा हुईं बच्चियों के साथ-साथ दो अन्य बच्चों को भी छुड़ाया है।

दोनो बच्चियां का कराया मुंडन 
आरोपियों ने बड़ी ही शातिर दिमाग से दोनों बच्चियों काजल और दीपाली की पहचान छिपाने के लिए उनका मुंडन तक करवा दिया। इसी बीच आरोपियों ने कहा की बच्चियां भीख मांगती थीं और गंदगी में रहने के चलते उनके बाल काफी खराब हो गए थे। इसी वजह से दोनो बच्चियां का मुंडन करा दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने आरोपियों से मेहंगी मर्सिडीज को भी बरामद किया। अरोपी इसी कार से मानव तस्करी कर करते थे। इसके इलावा, इस गैंग ने भोपाल में ही एक  अच्छी कॉलोनी में घर को किराए पर लिया हुया था।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.