अब जनता के दरबार में नतमस्तक हुए रजनीश
राष्ट्र चंडिका, सिवनी। चुनावी साल में केवलारी के पूर्व विधायक ठाकुर रजनीश हरवंश सिंह को केवलारी क्षेत्र के विकास की चिंता सताने लगी है। वह पिछले पांच वर्षो में केवलारी को पिछड़ा हुआ बता रहे है, लेकिन क्षेत्र की जनता में यह बात की चर्चा जोरो पर है की जिस केवलारी की जनता ने ठाकुर परिवार को 25 वर्षो तक जीत दिलाकर क्षेत्र के विकास की उम्मीद बांधी रखी वह ठाकुर परिवार विकास करने में फिसड्डी साबित हुआ। अगर विकास हुआ है तो वह सिर्फ और सिर्फ ठाकुर परिवार का। यह शब्द चुनावी जुबानी जंग में विधायक राकेश पाल सिंह के द्वारा बोला गया है जो अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बता दें की केवलारी विधानसभा में कांग्रेस का गढ़ मणि जाती है, जिसमे 1977 से 1985 तक कांग्रेस नेत्री सुश्री विमला वर्मा ने राज किया तो 1990 में पहली बार भाजपा नेत्री नेहा सिंह ने कांग्रेस की दिग्गज सुश्री विमला वर्मा को हराया। लेकिन नेहा सिंह का जादू महज पांच वर्षो में जनता के सिर से उतर गया और 1993 में हुए चुनाव में भाजपा नेत्री को कांग्रेस के चाणक्य ठा. हरवंश सिंह ने परास्त करते हुए अपनी पहली जीत का खाता खोला। हालाँकि बाद में नेहा सिंह भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
1993 से 2008 तक लगातार केवलारी की जनता ने ठा. हरवंश सिंह पर विश्वास जताया लेकिन एक मात्र नहर के सिवाय उनकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं रही। ठा. हरवंश सिंह के देहांत के बाद जनता ने एक बार फिर 2013 में हुए चुनाव में ठा. रजनीश हरवंश सिंह को अपना मत रूपी आशीर्वाद दिया। लगातार 25 वर्षो तक ठाकुर परिवार ने केवलारी विधानसभा में राज किया लेकिन यह क्षेत्र विकास को तरसता रहा। ठाकुर परिवार के द्वारा क्षेत्र का शोषण किया गया जिसके चलते जनता ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रजनीश हरवंश सिंह को नकारते हुए भाजपा के प्रत्याशी राकेश पाल सिंह के सिर पर जीत का सेहरा सजाया। रजनीश आरोप लगा रहे है की इन पांच सालो में राकेश पाल द्वारा कोई विकास नहीं कराया गया है लेकिन क्षेत्र की जनता यह भी पूछ रही है की पांच सालो में विकास का हिसाब मांगने वाले रजनीश हरवंश सिंह अपने पिता और अपने विकास का हिसाब देने के लिए क्यूं मुंह छुपा रहे है।