Higher Education Department: हायर एजुकेशन सर्वे के लिए नए कालेजों को पंजीयन करवाना जरूरी, सात नवंबर तक का समय

इंदौर। आल इंडिया सर्वे आन हायर एजुकेशन (एआइएसएचई) को लेकर विद्यार्थियों-शिक्षकों व पाठ्यक्रम के बारे में शैक्षणिक संस्थानों से जानकारी मांगी गई है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों को निर्देश जारी किए हैं। पहली मर्तबा 2023-24 सत्र में शुरू हुए नए कालेजों को भी पंजीयन करवाना है। यह काम सात नवंबर तक पूरा करना है।

नए कालेजों को सिर्फ पंजीयन करवाना है। बाकी कोई जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं करना है, क्योंकि इन संस्थानों की पहली बैच में विद्यार्थियों के प्रवेश हुए हैं। अगले सत्र में संस्थानों को शिक्षक-विद्यार्थी अनुपात, पाठ्यक्रम, सीट संख्या, कर्मचारी-अधिकारी के बारे में बताना होगा। इस बार अकेले इंदौर शहर में तीन सरकारी कालेज शुरू हुए हैं, जिसमें नंदानगर, खजराना, सांवेर कालेज शामिल हैं। वहीं, राऊ सरकारी कालेज में पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। हालांकि, इंदौर संभाग में कुछ निजी कालेज भी खुले हैं।

80 बिंदुओं पर देना होता है डाटा

उच्च शिक्षा की स्थिति में सुधार और गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने 2010-11 से सर्वे शुरू किया है। प्रत्येक वर्ष संस्थानों से सर्वेक्षण के लिए शिक्षक, छात्र नामांकन, विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात, पाठ्यक्रम व सीट संख्या, कम्प्यूटर-साइंस लैब, मैदान, भवन, कर्मचारी-अधिकारी, संबद्धता-मान्यता, शिक्षा वित्त, संस्थान घनत्व, सकल नामांकन अनुपात, लिंग समानता सूचकांक सहित 80 बिंदुओं व कई मापदंडों पर डाटा देना होता है। साथ ही संस्थानों को छात्रवृत्ति की स्थिति भी स्पष्ट करना होती है।

प्रदेश के 1360 सरकारी और निजी कालेजों को देनी है जानकारी

इन आंकड़ों का आकलन करने के बाद एआइएसएचई सरकार को शिक्षा की गुणवत्ता व स्थिति के बारे में रिपोर्ट देता है। फिर उसके आधार पर उच्च शिक्षा में बदलाव किए जाते हैं। 2021-22 और 2022-23 सत्र को लेकर कालेजों को जानकारी देनी है। प्रदेशभर में 1360 सरकारी और निजी कालेज को विभाग ने जानकारी देने पर जोर दिया है। बाकायदा प्रत्येक विश्वविद्यालय को नोडल एजेंसी बनाया है। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को भी अपने दायरे में आने वाले कालेजों पर निगरानी करने के निर्देश दिए है। विश्वविद्यालय ने 260 कालेजों को पत्र लिखकर संस्थान से जुड़ा डाटा वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए कहा है।

प्रदेश के कई जिलों में खुले हैं सरकारी और निजी कालेज

डीसीडीसी डा. राजीव दीक्षित ने कहा कि वर्तमान सत्र में पूरे प्रदेश में कई नए कालेज शुरू हुए हैं, जिनमें कई जिलों में सरकारी कालेज भी शामिल हैं। यही स्थिति विश्वविद्यालय के दायरे में आने वाले सारे जिलों में है। इनमें इंदौर, धार, आलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बड़वाह, खंडवा, खरगोन शामिल हैं। यहां खुलने वाले संस्थानों को सिर्फ पंजीयन करवाना है। डाटा अगले सत्र से वेबसाइट पर अपलोड करना होगी।

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