इंदौर। मास्टर इन जर्नलिज्म का परीक्षा परिणाम जारी करने में गड़बड़ी सामने आई है। विद्यार्थियों की शिकायत के बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने कापियां जांचने में मूल्यांकनकर्ता की गलती मानी है। 100 की बजाए 60 पूर्णांक में से विद्यार्थियों को अंक दिए गए है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन पूरे रिजल्ट पर परीक्षा समिति से राय लेंगा। वैसे अधिकारियों ने दो विषय का रिजल्ट दोबारा तैयार करने का फैसला लिया है। साथ ही रिजल्ट में संशोधन कर घोषित किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक मूल्यांकनकर्ता को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा है।
दरअसल जुलाई-अगस्त के बीच विश्वविद्यालय ने एक वर्षीय एमजे की परीक्षा करवाई। रिजल्ट तीन अक्टूबर को घोषित किया गया, जिसमें 44 में से 20 छात्र-छात्राएं पास हुए। फेल विद्यार्थियों ने रिव्यू के लिए आवेदन किया। उसके बाद कापियां देखने पर छात्र-छात्राओं को पता चला कि 100-100 अंक वाले प्रश्न-पत्र होने के बावजूद मूल्यांकनकर्ता ने मीडिया रिसर्च और एनालिसिस नेशनल व इंटरनेशनल इशू विषय की कापियां 60 पूर्णांक अंक मानकर जांची।
विद्यार्थियों ने की थी शिकायत
रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में शिकायत की। जांच करने के बाद पाया कि दोनों विषय की कापियां एक ही मूल्यांकनकर्ता ने जांची है। इसके बारे में कुलपति डा. रेणु जैन को जानकारी दी गई। परीक्षा समिति के सामने पूरा मुद्दा रखा जाएगा। साथ ही मूल्यांकनकर्ता को भी समिति के समक्ष अपना जवाब भी देना है। उसके बाद समिति तय करेंगी कि शिक्षक को मूल्यांकन कार्यों से ब्लैकलिस्ट करा जाए या नहीं।
अधिकारियों ने भी मूल्यांकन कार्यों में इसे बड़ी चूक माना है। गलत ढंग से कापियां जांचने से कई विद्यार्थी का भविष्य खराब होने की नौबात आ चुकी है। वैसे अधिकारियों ने दोनों विषय की कापियां दोबारा जांचवाने की बात कहीं है, जिसमें विद्यार्थियों को 100 पूर्णांक में से अंक दिए जाएंगे। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि एमजे के रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है। उसे दोबारा संशोधित कर जारी किया जाएगा। वे बताते है कि यह प्रक्रिया नवंबर पहले सप्ताह से पहले की जाएगी।
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