आनलाइन खरीदारी करते समय ठगे न जाएं आप, ये तरीके अपनाते हैं ठग, रहें सावधान

ग्वालियर। नवरात्र प्रारंभ हो चुके हैं, इसके साथ ही फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। नवरात्र के बाद दशहरा, शरद पूर्णिमा, करवाचौथ फिर धनतेरस और दीपावली। फेस्टिव सीजन रौनक बाजार से लेकर आनलाइन तक दिख रही है। ज्वेलरी से लेकर कपड़ा, इलेक्ट्रानिक, आटोमोबाइल सेक्टर में खरीदारी शुरू हो गई है। आनलाइन खरीदारी हो रही है। आनलाइन खरीदारी में सबसे ज्यादा आकर्षक आफर भी मिल रहे हैं। ऐसे में ठग भी सक्रिय हैं, यह लोग ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुभावने आफर्स का झांसा देकर लोगों को ठगा जा रहा है। अगर आप भी आनलाइन खरीदारी कर रहे हैं तो कुछ सावधानियां बरतें। वह तरीके जानिए….जिनके जरिये ठगी करते हैं ठग।

ठगी करने के यह तरीके अपना रहे ठग

1- सस्ता सामान: सबसे ज्यादा ठगी इस समय सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर होती है। बड़ी-बड़ी इ-कामर्स कंपनियों की साइट को छोड़कर कई ऐसे प्लेटफार्म हैं, जहां ठग खुद को खरीदार बताकर पोस्ट डालते हैं। इसके बाद ठगी करते हैं। इसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित अन्य प्लेटफार्म हैं। जिनपर सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर ठग ठगी करते हैं। सस्ते सामान के झांसे में आकर लोग एडवांस रुपये डाल देते हैं और इनके साथ ठगी हो जाती है।

2- बोनस प्वाइंट: अब ठग बड़ी-बड़ी कंपनियों के नाम से एसएमएस और वाट्स एप प्रोफाइल बनाकर लोगों को मैसेज भेजते हैं। इसमें बोनस प्वाइंट का झांसा दिया जाता है। इन प्वाइंटस को कैश कराने के लिए लिंक दी जाती है, इसके अलावा कई बार सीधे फोन कर जानकारी ली जाती है। लोग फंस जाते हैं और इनके साथ ठगी हो जाती है।

3- बल्क आर्डर: ठगी का नया ट्रेंड सामने आया है, इसमें कुछ ठग अब खुद को सेना और पेरामिलिट्री फोर्स का अफसर बताकर सीएसडी कैंटीन के लिए बल्क आर्डर का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं, इसमें दुकानदारों को आर्डर देकर फंसाया जा रहा है, फिर भुगतान के नाम पर लिंक भेजी जाती है, इसके जरिये ठगी की जाती है।

4- लोन: पर्सनल लोन धारकों की लिमिट बढ़ाने और चंद मिनट में लोन का झांसा देकर ठगी हो रही है। इसके जरिये यह लोग बैंक खाते में रकम भेजने के नाम पर पूरी जानकारी हासिल करते हैं और ठगी करते हैं।

ऐसे बचें:

  • जब भी आनलाइन खरीदारी करें सिर्फ बड़ी इ-कामर्स कंपनियों की साइट के जरिये ही ठगी करें।
  • जिस साइट से खरीदारी कर रहे हैं उसके आगे यह जरूर देख लें कि उसके आगे एचटीटीपीएस लगा हो। सिर्फ एचटीटीपी लगा है तो खरीदारी न करें।
  • सामान खरीदें तो एडवांस भुगतान न करें। भुगतान के लिए कैश आन डिलीवरी का ही आप्शन चुनें।

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