फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के रॉकेट हमलों में इजराइल में सैनिकों समेत कम से कम 700 लोगों की मौत हो गई और करीब 2,000 लोग घायल हुए हैं। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमास के अहम ठिकानों पर हमले किए। इजराइल और गाजा में करीब 1,000 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
इजराइल में जिस तरह आतंकियों द्वारा महिलाओं को हवस का शिकार बनाया जा रहा है वहीं इस क्रुरता की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। लेकिन इस बीच एडल्ट स्टार मिया खलीफा फलस्तीनी आतंकवादियों के सपोर्ट कर रही है। मिया लगातार फिलिस्तीन के पक्ष में ट्वीट कर रही हैं और उनका कहना है कि इजराइल, फिलिस्तीन में बच्चे, बूढ़े और महिलाओं पर लगातार जुल्म कर रहा है और उन्हें अपने निशाने पर ले रहा है।
फिलिस्तीन के समर्थन में मिया ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा कि फिलिस्तीन में जो लोग रेफ्यूजी कैंप में रह रहे हैं उनकी स्थिति बहुत दयनीय है। उनमें रह रही 42 प्रतिशत आबादी उन बच्चों की है जो 15 साल या उससे कम हैं। इसके अलावा मिया ने अपने वीडियो में कहा है कि फिलिस्तीन का इतिहास लाखों साल पुराना है बावजूद इसके हम उनका नरसंहार देख रहे हैं और इसपर कोई कुछ नहीं बोल रहा है।
फिलिस्तीन मुद्दे को लेकर मिया लगातार माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट X पर ट्विट कर रही है। बीते दिनों ही उन्होंने ट्वीट किया था कि, यदि आप फ़िलिस्तीन की स्थिति को देख सकते हैं और फ़िलिस्तीनियों के पक्ष में नहीं हैं, तो आप ग़लत पक्ष का साथ दे रहे हैं और इतिहास समय आने पर आपको यह दिखाएगा।
मिया के इस ट्वीट पर यूजर्स ने भी उन्हें घेरते हुए कई सवाल पूछे, आखिर उनकी इंसानियत की ये बातें तब कहां थीं जब हमास के आतंकी निर्दोष लोगों के साथ बर्बरता कर रहे थे।
गौरतलब है कि हमास की इस कायराना हरकत पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि हम गाजा पट्टी को मिटटी में मिला देंगे।
महिलाओं, बच्चे तथा बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा
इस बीच, हमास और एक छोटे ‘इस्लामिक जिहाद’ समूह ने इजराइल से 130 से अधिक लोगों को बंधक बनाने और उन्हें गाजा लाए जाने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इन बंधकों की रिहाई के बदले में वह इजराइल द्वारा कैदी बनाए गए हजारों फलस्तीनियों की रिहाई की मांग करेंगे। ऐसी जानकारी है कि बंधकों में सैनिक और महिलाओं, बच्चे तथा बुजुर्गों समेत असैन्य नागरिक शामिल हैं जिनमें से ज्यादातर इजराइली हैं लेकिन कुछ लोग अन्य देशों के भी हैं। इजराइली सेना का अनुमान है कि शनिवार को किए गए हमले में हमास के 1,000 लड़ाकों ने भाग लिया। इतनी बड़ी संख्या यह दिखाती है कि गाजा पर शासन करने वाले इस आतंकवादी समूह ने किस हद तक इस हमले की योजना बनायी थी। हमास ने कहा कि उसने इजराइल के कब्जे और गाजा की नाकाबंदी के कारण फलस्तीनियों की बढ़ती पीड़ा के जवाब में यह हमला किया है। हमास के बंदूकधारियों ने घंटों तक उत्पात मचाया, सड़कों पर लाशें बिछा दीं और एक संगीत महोत्सव में शामिल हुए लोगों पर भी कहर बरपाया।
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