उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में मंगलवार से पांच दिवसीय उमा सांझी महोत्सव की शुरुआत होगी। मंदिर के सभामंडप में सुबह आठ बजे घट स्थापना होगी। शाम को भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद 21 ब्राह्मणों द्वारा वसंत पूजा की जाएगी। पांच दिन तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 14 अक्टूबर को रात्रि जागरण होगा। 16 अक्टूबर को उमा माता की सवारी निकाली जाएगी।
पांच दिन मनाया जाएगा उमा सांझी उत्सव
ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा में अश्विन कृष्ण एकादशी से अमावस्या तक पांच दिन उमा सांझी उत्सव मनाया जाएगा।मंदिर के पुजारी, पुरोहित प्रतिदिन रंगोली के रंग से किलाकोट, रंगमहल, शीशमहल आदि की सांझी बनाएंगे। धार्मिक झांकिया सजाई जाएंगी। मंदिर परिसर में शाम 7.30 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। लोक कलाकार कला त्रिवेणी से सजी प्रस्तुति देंगे। मंदिर समिति द्वारा कलामंच पर प्रस्तुति देने के लिए लोक कलाकारों का चयन किया गया है।
यह कलाकार देंगे प्रस्तुति
- 10 अक्टूबर : प्रथम सांस्कृतिक सांझ विशाल वाकणकर, अंकिता गीते तथा कल्याणी सुगंधी का समूह गायन होगा। रामचंद्र चौहान तबला वादन की प्रस्तुति देंगे। मयूरी डोड के निर्देशन में कलाकार समूह लोकनृत्य की प्रस्तुति देंगे।
- 11 अक्टूबर : द्वितीय सांस्कृतिक सांझ माधुरी बर्वे का गायन होगा। परमानंद गंधर्व के निर्देशन में कलाकार समूह तबलावादन की प्रस्तुति देंगे। सानिका साठे व ईशानी भट्ट का युगल नृत्य होगा।
- 12 अक्टूबर : तृतीय सांस्कृतिक सांझ शिवक नृत्य कला केंद्र के मयंक शर्मा के निर्देशन में कलाकार समूह लोकनृत्य की प्रस्तुति देंगे। प्रियांशी नायमा का उपशास्त्रीय गायन होगा। सुरभि अंशुल पोरवाल व साथी कलाकार समूह नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
- 13 अक्टूबर : चतुर्थ सांस्कृतिक सांझ, कृतका शर्मा का कथक नृत्य होगा। बसंत शर्मा सरोद वादन की प्रस्तुति देंगे। वैदेही पंड्या का मालवी लोकनृत्य होगा।
- 14 अक्टूबर : पंचम सांस्कृतिक सांझ, संतोष अग्निहोत्री का गायन होगा। झलक चावड़ा द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। गिरधारी लाल गेहलोत व साथियों द्वारा समूह लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
ढोलीबुवा महाराज सुनाएंगे हरि कीर्तन :
उमा सांझी महोत्सव में परंपरा अनुसार ग्वालियर के पं. ढोलीबुवा महाराज नारदीय संकीर्तन से भक्तों को 10 से 14 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 5 से 6.30 बजे तक हरि संकीर्तन सुनाएंगे। नारदीय संकीर्तन का आयोजन मंदिर के सभा मंडप में होगा।
यह आयोजन भी खास
उमा सांझी महोत्सव के तहत वेदपाठी बटुकों के लिए श्लोकपाठ, चित्रकला, रंगोली, तात्कालिक भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा। विजेता प्रतिभागियों को मंदिर समिति द्वारा पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
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