जनजातीय संग्रहालय में पुतुल समारोह का आज शुभारंभ, गांधी भवन में महिला कलाकारों की चारबैत प्रस्तुति

भोपाल। शहर में सामाजिक, सांस्‍कृतिक, कलात्‍मक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला चलता रहता है। बुधवार 13 सितंबर को भी शहर में अनेक ऐसी गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे चुनींदा कार्यक्रमों की जानकारी पेश कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको अपनी दिन की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी।

धार्मिक अनुष्ठान – कोलार दानिशकुंज जिनालय में धार्मिक अनुष्ठान सुबह सात बजे से।

माह का प्रादर्श – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के अंतरंग भवन वीथि संकुल में ‘माह का प्रादर्श’ श्रंखला के तहत सितंबर माह के प्रादर्श के रूप में जिला मधुबनी, बिहार के लोक समुदाय से संकलित मिथिलांचल क्षेत्र में प्रचलित तांबे के अनुष्ठानिक पात्र ‘कलशा’ को दर्शकों के अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया है। आप इसे सुबह दस बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक देख सकते हैं।

चित्र प्रदर्शनी – मध्य प्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में भील समुदाय की चित्रकार ग्लोरिया भभोर के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया गया है। 41वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी सितंबर माह के अंत तक रहेगी। इसे दोपहर 12 बजे से शाम आठ बजे तक देखा जा सकता है।

अभिनय कार्यशाला – शहर के लिटिल बैले सभागार में अभिनय की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में देशभर के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। यहां वरिष्ठ रंगकर्मी और अभिनेता आलोक चटर्जी अभिनय के विभिन्न पहलुओं और अदायगी का पाठ पढ़ा रहे हैं। समय शाम 05 बजे से है।

पुतुल समारोह – मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में कठपुतली कला की विविध शैलियों पर एकाग्र पुतुल समारोह का आयोजन 13 से 17 सितंबर तक किया जा रहा है। पहले दिन 13 सितंबर को छाया शैली में खगेश्वर साहू एवं साथी, ओडिशा द्वारा रामायण और पंचतंत्र कथा की प्रस्तुति दी जाएगी। समय शाम सात बजे से है।

चारबैत प्रस्तुति – गांधी भवन में आज महिला कलाकारों द्वारा आयोजित चारबैत कार्यशाला का समापन किया जाएगा। कार्यक्रम साढ़े छह बजे से होगा। यह 15 दिवसीय कार्यशाला मप्र उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग द्वारा अंश हैप्पीनेस सोसायटी के सहयोग से आयोजित की गई थी। 400 वर्ष पुरानी चारबैत की कला को पुनर्जीवित करने की दृष्टि से उर्दू अकादमी द्वारा महिला कलाकारों का यह दूसरा बैच तैयार किया गया है। कार्यशाला में उस्ताद मुख्तार द्वारा महिला कलाकारों को प्रशिक्षित किया गया। समापन समारोह में इन्हीं महिला कलाकारों द्वारा चारबैत की प्रस्तुति दी जाएगी।

बांसुरी वादन – नर्मदापुर रोड स्थित नवीन सभागार ‘ख्याल- कलाप्रेमियों का’ में पंडित सुंदरलाल करेले और कुमार श्रोतिक करेले का बांसुरी वादन होगा। प्रस्तुति का समय शाम सात बजे से और कार्यक्रम में प्रवेश निश्शुल्क है।

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