सीहोर। स्कूल से घर पहुंचने के बाद तबीयत बिगड़ने से 7 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। अपनी बेटी की मौत से व्यथित पिता न्याय की मांग करने के लिए सोमवार-मंगलवार की रात 2 बजे टावर पर चढ़ गया। साढ़े पांच घंटे बाद पुलिस ने समझाइश देकर उसे टावर से नीचे उतार लिया है।
भोजन के बाद बिगड़ी तबीयत
सीहोर जिले के ग्राम खामलिया निवासी मुकेश मेवाड़ा की बेटी परी शनिवार को स्कूल गई थी। इसी दौरान भोजन करने के बाद उसको उल्टियां होने लगी तो वह लगभग 3.30 बजे अपने घर आ गई।
जिला अस्पताल ले गए
घर आने के बाद तबीयत लगातार बिगड़ती गई तो उसके पिता उसे जिला चिकित्सालय ले गए। डाक्टर गौरव ताम्रकार ने बालिका का चेकअप किया और कुछ जांच भी कराई। जांच में इन्फेक्शन सामने आया, लेकिन इससे पहले की बालिका का पूरा इलाज होता उसकी मौत हो गई।
पुलिस से की जांच की गुहार
मुकेश मेवाड़ा ने बताया कि वह लगातार दौराहा थाने जाकर पुलिस से गुहार कर रहा था कि उसकी बेटी की मौत की जांच की जाए, लेकिन जांच नहीं की गई। इसलिए वह सोमवार-मंगलवार की रात को 2 बजे घर के सामने स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गया।
पुलिस को बुलाया और टावर से उतारा
ग्रामीणों को इसकी सूचना मिल गई। तब पुलिस को बुलाया गया और मंगलवार को सुबह 7.30 बजे पुलिस ने उसे टावर से उतारा।
दूसरी की छात्रा थी परी
मुकेश ने बताया कि पुलिस ने अंतिम संस्कार स्थल से अस्थियां इकट्ठी की हैं और उसकी जांच करके बालिका की मौत का कारण पता किया जाएगा। उसकी मांग थी कि उसकी बेटी को न्याय मिले और गांव के स्कूल की व्यवस्था सुधरे। मुकेश खेती किसानी करके अपने और परिवार का जीवन यापन करते हैं। मुकेश के तीन बच्चे हैं। जिनमें सात वर्षीय परी सबसे छोटी है। उससे बड़ी नौ वर्षीय अनुष्का और 13 साल का अंशु है। परी ग्राम के ही सरकारी स्कूल में कक्षा दूसरी में पढ़ती थी।
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