नई दिल्ली। हर दुकानदार इस उम्मीद के साथ रोज दुकान खोलता है कि उसका बिजनेस अच्छा होगा और दिन का आखिरी में वह अच्छी कमाई करते हुए घर जाएगा। जिन लोगों की दुकान है, उनको रोजी से जुड़ी कुछ बातों का खास ख्याल रखना होता है। धर्म ग्रंथों में इस बारे में बताया गया है।
उज्जैन में वर्षों से ज्योतिषाचार्य के रूप में सेवाएं दे रहे पं. प्रभु दयाल दीक्षित ने बताया कि एक दुकानदार के लिए रोजी बहुत महत्वपूर्ण होती है। रोजी का जितना ख्याल रखा जाएगा, उतनी बरकत बनी रहेगी और कभी धन की कमी नहीं होगी।
दुकान का शटर एक बार खुल जाए, तो उसे दुकान मंगल (बंद) करते समय ही बंद करें। कुछ दुकानदार ऐसा करते हैं कि सुबह दुकान खोलने के बाद दोपहर में शटर बंद कर देते हैं और शाम को फिर खोल लेते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। मान्यता है कि ऐसा करने से रोजी नाराज होती है।
इसी तरह पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि दुकान हो या ऑफिस, इन नियमों का पालन सब दूर किया जाना चाहिए। ऑफिस में अपनी कुर्सी पर बैठकर कुछ ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए, जो धर्मसम्मत न हो।
आज के दौर में गल्ले या ऑफिस में अपनी कुर्सी पर बैठकर अश्लील वीडियो देखना भी पाप के समान है। इससे मन में बुरे विचार आते हैं।
दुकान या ऑफिस में पैर लंबे रखकर नहीं बैठना चाहिए। खासतौर पर शाम को। यह अशुभ माना गया है। जिस तरह घर में सुबह शाम झाड़ू लगाई जाती है, उसी तरह दुकान या ऑफिस में भी सफाई होना चाहिए।
दुकान और ऑफिस में भी सुबह-शाम भगवान को दीपक तथा अगरबत्ती लगाने से बरकत बनी रहती है।
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