धौलपुर के पास रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से ट्रेनों का आवागमन प्रभावित, स्वर्णजयंती, श्रीधाम एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों के रूट बदले
सागर/बीना। धौलपुर के पास लगातार वर्षा से रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के कारण भोपाल-दिल्ली मार्ग पर पर रेल यातायात बाधित हुआ है। रात्रि में बीना से निकलने वाली ट्रेनें अभी तक झांसी पार नहीं कर सकी हैं। सुबह की कई गाड़ियों को नजदीकी स्टेशनों पर रोका गया है। बीना स्टेशन पर भी सभी प्लेटफार्म फुल हैं। कुछ गाड़ियों को रेलवे ने कैंसिल कर दिया है तो कुछ के रूट बदले गए हैं।
जानकारी के अनुसार आगरा-धौलपुर के पास रेलवे ट्रेक लगातार वर्षा से क्षतिग्रस्त हो गया है। ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई, जिस कारण बीना-झांसी से दिल्ली की ओर जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। मैसूर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस को गुना होते हुए गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा है। अमृतसर की ओर जाने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस दो घंटे से बीना स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक पांच पर खड़ी हुई है। विशाखापट्टनम से निजामुद्दीन की ओर जाने वाली समता एक्सप्रेस तीन घंटे लेट है। इसे नजदीकी कुरवाई कैथोरा स्टेशन पर रोका गया है। जम्मूतवी की ओर जाने वाली झेलम एक्सप्रेस दो घंटे, फिरोजपुर की ओर जाने वाली पंजाब मेल एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से चल रही है। मालखेड़ी से होते हुए अमृतसर की ओर जाने वाली हीराकुड एक्सप्रेस सात घंटे, पातालकोट साढ़े चार घंटे की देरी से चल रही हैं। केरला, उत्कल जैसी गाड़ियों को भी बीच की स्टेशनों पर रोका गया है।
इन गाड़ियों के बदले गए रूट
रेलवे ने बाधित यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कुछ गाड़ियों के रूट बदले हैं। जिनमें स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस, पंजाब मेल एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, कन्याकुमारी से निजामुद्दीन जाने वाली थिरुक्कुरल एक्सप्रेस, हिराकुड एक्सप्रेस को गुना होते हुए गंतव्य की ओर भेजा गया है। श्रीधाम एक्सप्रेस को ग्वालियर से डायवर्ट कर दिया गया है।
परेशान यात्रियों के लिए किया जा रहा अनाउंसमेंट
रेलवे स्टेशनों पर खड़े यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे द्वारा लगातार अनाउंसमेंट के जरिए जानकारी दी जा रही है। नजदीकी स्टेशनों तक जाने वाले यात्रियों को मेमू से जाने की सलाह दी जा रही है। जिन यात्रियों को बीना तक आना था और ट्रेन बीना के पहले लंबे समय से खड़ी हुई है, उन्हें मेमू ट्रेन से बीना तक लाया गया है।
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