इटली की PM मेलोनी ही नहीं दुनिया की ये 5 ताकतवर महिला लीडर्स भी हैं, जिन पर G-20 में टिकी सबकी निगाहें

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, आईएमएफ की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो वो ताकतवर महिलाएं हैं जिनकी मौजूदगी दुनिया भर की महिलाओं को सशक्त होने का एहसास कराती हैं। नारी शक्ति की चमक G20 में साफ देखने को मिल रही है। इटली की पीएम  जॉर्जिया मेलोनी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के अलावा भी कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो भारत की तरफ से रखे गए अहम मुद्दे ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ को पुख्ता करती हैं। कौन हैं ये नई दुनिया की दबंग महिला ब्रिगेड!

बांग्लादेश की कमान संभाल रखी है शेख हसीना ने। हमेशा साड़ी में दिखती हैं। सिर पर पल्ला और सौम्य मुस्कान इनकी शख्सियत के वो पहलू हैं। जिससे नजर नहीं हटती। जी 20 में शिरकत करने पहुंची हैं। इनकी ग्लोबल कद का सम्मान हमारे पीएम ने भी किया। 8 सितंबर की शाम द्विपक्षीय बैठक की और फिर भारत के पीएम बोले- पिछले नौ सालों के दौरान भारत और बांग्लादेश के संबंधों में सुखद प्रगति हुई है। पीएम मोदी का भरोसा ही शेख हसीना की अहमियत दर्शाता है।

दुनिया के पैसों का हिसाब रखती हैं ये हैं। नाम है क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक हैं।  G20 समिट  की अहम बैठक में शामिल होने आई हैं। उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो संबलपुरी लोक नृतकों के स्टेप्स को कॉपी करती दिख रही हैं।

इटालियन प्रधानमंत्री हैं जॉर्जिया मेलोनी। इनकी वॉक और अपीयरेंस सुर्खियों में है। 46 साल की हैं पूर्व पत्रकार और अपने देश की पहली महिला पीएम भी। पहले भी भारत आ चुकी हैं और जब भी आईं हैं अपने व्यक्तित्व की अमिट छाप भारतीयों के दिलों में छोड़ गई हैं।

सौम्य सी यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष हैं उर्सुला वॉन डेर लेयेन। 64 साल की स्मार्ट महिला G20 को लेकर कितनी आशान्वित हैं ये उनके सोशल मीडिया पोस्ट से जाहिर होता है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि पीएम मोदी की अगुवाई में दिल्ली समिट अहम है।

नारी शक्ति पर जोर
भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने सम्मेलन से एक दिन पहले ही आधिकारिक बयान दिया। कहा –  भारत की अध्यक्षता में छह मुद्दों पर प्रमुखता से जोर दिया गया है जिनमें एक ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ रहा है। उन्होंने कहा कि आधी आबादी को निर्णय प्रक्रिया और विकास प्रक्रिया पर शामिल करने के लिए विचार विमर्श किया गया है। भारत का मानना है कि इसका वैश्विक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

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