शिवपुरी। अमोला थाना क्षेत्र के ग्राम थरखेड़ा में एक आदिवासी के खेत में खनन माफियाओं द्वारा अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर उससे नकली रेत बनाकर बाजार में खपाई जा रही है। खास बात यह है कि पीड़ित व्यक्ति द्वारा मामले की शिकायत पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारियों को दर्ज कराई लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। अंतत: पीड़ित परिवार गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित परिवार को उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार थरखेड़ा निवासी भग्गो आदिवासी ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी पट्टे की भूमि ग्राम थरखेड़ा में स्थित है। इस जमीन पर गणेशखेड़ा निवासी मदन गुर्जर द्वारा जबरन जेसीबी चलाकर अवैध रूप से मिट्टी का खनन किया जा रहा है। इस मिट्टी को पानी से धोकर नकली रेत (कोपरा) तैयार की जा रही है। इस नकली रेत को वह डंपरों के माध्यम से बेचने के लिए भेजता है।
भूख हड़ताल की दी चेतावनी
बकौल भग्गो जब वह मदन गुर्जर को अवैध खनन रोकने और उसकी जमीन उसके हवाले करने की कहती है तो वह उसे डरा धमका कर जातिगत अपमान करने के साथ-साथ उसे जान से मारने की धमकी देता है। पीड़िता की शिकायत पर एसपी रघुवंशी सिंह भदौरिया ने पुलिस को मामले में उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।महिला ने शिकायती आवेदन में इस बात का भी उल्लेख किया है कि अगर उसकी जमीन पर हो रहे अवैध खनन को रोक कर माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएगी और अपने प्राण दे देगी।
पुलिस की धमकी से सदमे में आकर पति की हुई मौत
पीड़ित महिला ने शिकायती आवेदन में बताया कि एक वर्ष पूर्व उसके पति भागू आदिवासी ने भी बलपूर्वक अवैध उत्खनन करवाने, कोपरा तैयार कर विक्रय करने से आरोपी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवाने के लिए अमोलपठा चौकी प्रभारी को शिकायत दर्ज कराई थी।
महिला का आरोप है कि तत्कालीन चौकी प्रभारी ने अवैध खनन माफियाओं के साथ बैठकर उसके पति को डराया धमकाया और चौकी से भगा दिया था, जिसके चलते अगले दिन सदमे में आकर उसके पति की मौत हो गई थी। उसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को भी आवेदन दिए लेकिन इसके बाबजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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