देशभर में आज कृष्ण जन्माष्टमी पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। भगवान कृष्ण की पूजा के दौरान माखन और मिश्री का भी भोग लगाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण को माखन और मिश्री खाना बेहद पसंद था। हेल्थ एक्सपर्ट का भी मानना है कि सेहत के लिए माखन व मिश्री खाना बहुत अधिक फायदेमंद होता है। माखन-मिश्री कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण कई शारीरिक समस्याओं से बचाव में मदद करते हैं। डायटिशियन मीना कोरी इस बारे में यहां विस्तार से जानकारी दे रहीं हैं।
मिश्री में होते हैं हीलिंग के गुण
मक्खन में जहां भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 पाया जाता है, वहीं दूसरी ओर मिश्री में हीलिंग गुण होते हैं और यह शक्कर की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होती है। मिश्री शरीर में अचानक शुगर लेवल नहीं बढ़ाती हैं। वहीं मक्खन में गुड कोलेस्ट्रॉल होता है, जो शरीर के लिए लाभकारी होता है।
माखन-मिश्री में चार विटामिन
मक्खन में विटामिन-A, विटामिन-K और विटामिन-E भरपूर मात्रा में होता है, वहीं मिश्री में विटामिन बी12 पाया जाता है। विटामिन बी-12 का सेवन शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है। शरीर में इसकी कमी से मांसपेशियों में दर्द, याददाश्त में कमी जैसी लक्षण दिखने लगते हैं। इसके अलावा इसकी कमी से आंखों की रोशनी भी कम होने लगती है।
मजबूत होती है हड्डियां
माखन-मिश्री खाने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। माखन-मिश्री में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। मांसपेशियों में दर्द दूर होता है और मांसपेशियां मजबूत होती है।
कंट्रोल में रहता है हीमोग्लोबिन लेवल
माखन-मिश्री के सेवन से शरीर में कभी भी खून की कमी नहीं होती है। इस मिश्रण से सेवन से शरीर में कई खनिजों की कमी पूरी हो जाती है। जिन महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन कम होता है, उन्हें माखन मिश्री का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा माखन और मिश्री मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इससे सेवन से दिमाग की कोशिकाओं को बूस्ट मिलता है। मेमोरी को बूस्ट करने में मदद कर सकते हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.