पिता ने दो बेटों को बंटवारे में ज्यादा दी जमीन तो बड़े भाई की कर दी हत्या आरोपित गिरफ्तार

भिंड। गोहद के जोगियनका पुरा में 15-16 अगस्त की रात घर के बाहर सो रहे बुजुर्ग की हत्या का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया है। बुजुर्ग की हत्या बंटवारे में कम जमीन मिलने पर मझले (बीच के भाई) भाई ने अपने साले के बेटे और उसके दो दोस्तों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित साले को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपित अभी फरार हैं।

एसपी मनीष खत्री ने बताया कि 15-16 अगस्त की रात गोहद के जोगियनपुरा में भगवती प्रसाद (60) पुत्र हरीशंकर शर्मा की हत्या लाठी-डंडों से पीट-पीटकर की थी। 16 अगस्त की सुबह मृतक के बेटे शिवराम शर्मा ने पिता को चारपाई पर खून से लथपथ बेसुध हालत में देखा, तो अस्पताल लेकर गए। डाक्टर ने जांच के बाद बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद एसपी मनीष खत्री ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की। स्वजनों से चर्चा की तो वह भी कुछ नहीं बता पाए।

एसपी ने बताया कि जांच के दौरान पहले तो स्वजनों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया, लेकिन जब पुलिस ने स्वजनों के अलग-अलग बयान लिए तो परिवार में जमीन बंटवारे को लेकर विवाद निकलकर आया। पुलिस ने मृतक के मझले भाई जमुना प्रसाद शर्मा से पूछताछ की तो पहले तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बड़े भाई की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

पिता की गलती से भाई दुश्मन बने

पुलिस पूछताछ में आरोपित जमुना प्रसाद शर्मा (40) ने बताया कि वह तीन भाई भगवती प्रसाद शर्मा, जमुना प्रसाद और रामप्रकाश शर्मा थे। माता-पिता बड़े भाई के साथ रहते थे। पिता के नाम 33 बीघा जमीन थी। पिता ने अपने जीवन काल में उसे बिना बताए तीन बीघा जमीन बड़े भाई भगवती प्रसाद और आठ बीघा छोटे भाई रामप्रकाश शर्मा के नाम कर दी। पिता के देहांत के बाद उसे पता चला कि 11 बीघा जमीन दोनों भाईयों ने अपने नाम करवा ली है, तो उसने भाईयों से 33 बीघा जमीन बराबर 11-11 बीघा बंटवारे के लिए कहा।

आरोपित के मुताबिक शुरुआत में भाईयों ने कहा कि हम जमीन बराबर बांट लेंगे। बाद में उनकी नियत बदल गई और वह 22 बीघा जमीन तीन जगह बांटने पर अड़ गए। उसने रिश्तेदारों को बुलाकर पंचायत भी कराई, लेकिन मसला हल नहीं हुआ।

ऐसे की बड़े भाई की हत्या

पुलिस के मुताबिक भाई उसे जमीन में बराबर हक नहीं दे रहे थे। उसने बड़े भाई काे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उसने साले के बेटे 29 वर्षीय रिंकू पुत्र सुरेश शर्मा निवासी बिल्हेरा थाना हस्तिनापुर जिला ग्वालियर को बड़े भाई की हत्या के लिए तैयार किया। 15 अगस्त की रात बड़ा भाई भगवती प्रसाद शर्मा घर के बाहर सो रहे थे। साले का बेटा रिंकू ग्वालियर के दो अन्य साथियों के साथ आया और सोते हुए बुजुर्ग के सिर पर लाठी से हमला कर दिया। ताबड़तोड़ हमले से बुजुर्ग को चीखने तक का मौका नहीं मिला। सिर में चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। लाठी के हमले से बुजुर्ग का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया था। मैं घर पर सो गया। साले का बेटा दोस्तों के साथ ग्वालियर चले गया।

एसपी खत्री के मुताबिक हत्या करने के बाद तीन आरोपित दो बाइक से ग्वालियर जा रहे थे, तब मुरार पुलिस ने दो फरार आरोपितों को रोककर पूछताछ भी की थी, लेकिन तब मुरार पुलिस को यह पता नहीं था कि यह हत्या कर आए हैं। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपित जमुना प्रसाद शर्मा और रिंकू शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

इनकी रही भूमिका

अंधे कत्ल के खुलासे में टीआइ राजेश शर्मा, एसआइ ध्यानेंद्र सिंह, विजय कुमार शिवहरे, वीरेंद्र कुमार गुप्ता, सायबर सैल प्रभारी दीपेंद्र यादव, शिवप्रतापसिंह, एएसआइ सत्यवीरसिंह आदि की विशेष भूमिका रही।

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