भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10 अगस्त तक के ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़े जारी किये हैं। आयकर विभाग के आंकड़ों के अनुसार टैक्स कलेक्शन में 15.73% का उछाल दर्ज किया गया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) ने एक बयान में कहा कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का 10 अगस्त 2023 तक का अस्थायी आंकड़ा बताता है कि टैक्स कलेक्शन में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। विभाग ने कहा कि रिफंड जारी करने के बाद शुद्ध डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.84 लाख करोड़ रुपये रहा।
बेहतर रहा टैक्स कलेक्शन
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष में 10 अगस्त तक सकल प्रत्यक्ष कर (gross direct tax collection) के रूप में 6.53 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए हैं, जो सालाना आधार पर 15.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वहीं डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का नेट हिस्सा 5.84 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के नेट कलेक्शन की तुलनाा में 17.33 प्रतिशत अधिक और कुल बजट अनुमान का 32.03 प्रतिशत है।
रिकॉर्ड रिफंड
CBDT ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में 10 अगस्त तक 69,000 करोड़ रुपये का ‘रिफंड’ जारी किया गया है। यह पिछले साल इसी अवधि में लौटाई गई राशि के मुकाबले 3.73 प्रतिशत अधिक है। आम तौर पर, आईटीआर को दाखिल करने और वेरिफाई करने के बाद रिफंड पहुंचने में 20-45 दिन लगते हैं। लेकिन टैक्स डिपार्टमेंट ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके इस प्रोसेस को आसान और तेज कर दिया है। अब रिफंड मिलने का एवरेज टाइम घटकर केवल 16 दिनों का रह गया है।
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