शहर सरकार में बगावत भाजपा के संपर्क में तीन पार्षद

रायगढ़। शहर सरकार के विरुद्ध कांग्रेस पार्टी के पार्षद में अंदुरुनी कलह प्रदेश स्तर में कांग्रेस खेमे में हड़कंप मचाकर रख दिया है। पूर्ण बहुमत के बाद भी अब इस उठापटक और नाराजगी के बीच महापौर की कुर्सी खतरे में पडना वर्तमान परिस्थितियों के मुताबिक नजर आ रहा है ऐसे में जिला भाजपा भी इसे हाथों हाथ लपकते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद पूरी कर ली है। जिसमे बतौर प्रभारी चन्द्रप्रकाश बब्बल पांडेय को बनाया गया हैं।

रायगढ़ नगर निगम में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में कलह उभर कर सामने आने से निगम से लेकर कांग्रेस पार्टी तथा राजनीतिक गलियारों चर्चा जोरों पर है। पार्टी नेताओ और नेतृत्व पर सवालिया निशान लगने लगा है। विधानसभा चुनाव निकट है ऐसे में यह मुद्दा भाजपा जोर शोर से कांग्रेस की बयानगी उनके ही पार्षदो द्वारा फोड़ा गया ठीकरा उठा सकती है। देखा जाए तो यह मनमुटाव नाराजगी लंबे समय से चली आ रही हैं जिसमें 10 मई को भी इसकी चर्चा प्रदेश स्तर में महापौर जानकी काटजू द्वारा छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा के समक्ष रखा था। जहां शिकायत में काम काज में अपने ही पार्षद सदस्यों पर असहयोग की भूमिका अदा करने का आरोप लगाया है। इस बीच उन्होंने अपने मन की पीड़ा यानी शहर विकास में आने वाले अड़चनों पर भी बेबाक होकर बात रखी।

बस यह मुद्दा बैठक से निकलकर जिले की राजनीतिक माहौल को सूरज की तपन की भांति गरमा का रख दिया है। इधर नगर निगम के एमआईसी तथा पार्षदों को भनक लगते ही गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध जता रहे है। हालांकि तत्कालीन दौर में पार्टी व सार्वजनिक स्तर में कोई खुलकर बोलने को तैयार नही था । चूंकि पार्टी स्तर में विरोध का झंडा बुलंद हो चुका था।जहां अब तक कि स्थिति में बगावत होना माना जा रहा था । लेकिन इसे पूरा होते जुलाई के माह लग गया। फिलहाल जिसके बाद राजनीतिक महकमे में हड़कंप मच गया, कांग्रेस पार्षदों बगावती तेवर के साथ बिफर रहे हैं। जो आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी साबित होने की स्थिति में है।

अविश्वास प्रस्ताव भाजपा द्वारा लाया जाएगा जिसमे प्रभारी पूर्व पार्षद भाजपा जिला उपाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश पांडेय को प्रभारी बनाया गया हैं। लिहाजा आने वाले दिनों में निगम की राजनीति में जबरदस्त परिस्थितियों को देखा जाना तय है।

भाजपा एकजुटता के साथ बढ़ रही है आगे

भारतीय जनता पार्टी के पार्षद दलों की बैठक में नगर निगम में चल रहे राजनीतिक घमासान को लेकर रणनीति बनाई है। जिसमे कांग्रेस पार्षद के बगवाती तेवर व बारम्बार चल रहे कांग्रेस के अंदर का शीत युद्ध का लाभ लेने की कवायद पूरी कर ली है। जहां बैठक में नगर में विकास की रफ्तार पुनः बढ़ाने,शहर की जनता की सेवा के लिए भाजपा वर्तमान महापौर के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए जिला भाजपा उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश पांडे को प्रभारी बनाया गया है।पार्षद दल के द्वारा अशोक यादव को इस कार्य के लिए प्रभारी बनाया गया है। वहीं कुछ पार्षदो का कहना है कि 3 पार्षद उनके संपर्क में भी है।

अविश्वास प्रस्ताव में जा सकती है कुर्सी

जिले में देखा जाए तो अविश्वास प्रस्ताव का दौर चल रहा है।जिसमे हाल ही हाल में धरमजयगढ़, और फिर मई जून माह घरघोड़ा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और बीजेपी अध्यक्ष को कुर्सी गवानी पड़ गई। जबकि यही स्थिति नगर निगम के गुटबाजी में बना हुआ है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो कही न कही क्रॉस वोटिंग की स्थिति निर्मित होगी। सम्भवतः असंतोष खेमा की वजह से उलट पुलट की राजनीति रायगढ़ नगर निगम में देखने को मिल सकता है।

जिस विश्वास से जनता ने बहुमत से शहर सरकार बनाया है। वह कमीशन के खेल में आपसी खींचतान से भरोषा खो चुकी है।इससे शहर विकास नगन्य हो गया है जिसके चलते अविश्वास लाये जाने की योजना बनी है। आयुक्त से कल मिलेंगे। नियम कानून के लिए जानकारी लेंगे। तत्पश्चात चरणबद्ध तरीके से पूरा कार्य किया जाएगा। हमारे सम्पर्क में कुछ पार्षद है तो जो भाजपा में आना चाहते है उनका भी स्वागत है।

चंद्रप्रकाश पांडेय, जिला भाजपा उपाध्यक्ष व अविश्वास प्रस्ताव प्रभारी

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