रतलाम। जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में मुंबई के पालघर रेलवे स्टेशन के पास फायरिंग कर चार लोगों को मौत के घाट उतराने का आरोपित आरपीएफ जवान चेतन सिंह की प्रारंभिक पढ़ाई रतलाम में हुई थी। उसके पिता आरपीएफ में ही कार्यरत होकर महू में पदस्थ थे। तब उनका निधन हो गया था। इस पर चेतन सिंह को अनुकंपा नौकरी मिली थी। उसे रतलाम रेल मंडल के उज्जैन में पदस्थ किया गया था। यहां कुछ समय नौकरी बाद उसे भावनगर ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद उसे परेल (मुंबई) स्थानांतरित किया गया था।
फुटबाल का खिलाड़ी है चेतन सिंह
घटना की सूचने के बाद स्थानीय पुलिस ने भी उसके बारे में जानकारी जुटाई। उसके परिवार का मकान अंबिका नगर क्षेत्र में था। परिवार को जानने वालों का कहना है कि करीब 11 वर्ष पहले उसकी मां मकान बेचकर मथुरा शिफ्ट हो गई थी। वह फुटबाल का अच्छा खिलाड़ी है और रेलवे के खेल कार्यक्रमों में शामिल होने यहां आता था।
यूपी के हाथरस का रहने वाला है परिवार
औद्योगिक क्षेत्र थाने की पुलिस जानकारी जुटाने उसके अंबिका नगर स्थित घर पहुंची तो पता चला कि अब वह तथा उसका परिवार यहां नहीं रहता है। किसी ने पुलिस को बताया कि उसकी मां घर बेचकर जा चुकी है। वह मूल रूप से उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले का रहने वाला है। पिता नौकरी में होने से रतलाम आ गए थे। इस कारण वे रतलाम में रहने लगे थे।
10 तक की पढ़ाई रतलाम में ही हुई
चेतन सिंह ने 10वीं तक की पढ़ाई रतलाम में ही की थी। उसके रतलाम में रहने की बात प्रकाश में आने के बाद लोग भी एक-दूसरे से उसके बारे में जानकारी लेते रहे। औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा के अनुसार चेतन सिंह के बारे में पता किया तो जानकारी मिली कि वह यहां नहीं रहता है।
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