सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय से तकरीबन 60 किलोमीटर दूर स्थित एक गांव में नाबालिग लड़की को पहाड़ी पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरा है और इस घटना की निर्भया कांड से तुलना की है।
दरिंदो ने पार की मानवता की हदें
इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदो ने मानवता की सारी हदें पार कर दी। दरअसल, दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद भी जब दरिंदों को संतोष नहीं हुआ, तो उन्होंने नाबालिग के नाजुक अंग में लकड़ी डाल दी। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब खून से लथपथ होकर नाबालिग आज सुबह अपने घर पहुंची। जहां पर उसके परिजन उसे लेकर सीधे थाने पहुंचे।
शारदा प्रबंध कमेटी के दो कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर किया
पुलिस ने जहां पीड़िता के बयान दर्ज किया। बयान के आधार पर शारदा प्रबंध कमेटी के दो कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की मानें तो पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। इस संबंध में जब पुलिस अधीक्षक सतना आशुतोष गुप्ता से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। आरोपितों को गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। मामला गंभीर है जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कमलनाथ ने बताया निर्भया जैसा कांड
यह मामला सामने आने के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सराकर को घेरा है। उन्होने ट्वीट कर कहा कि, ”मैहर में छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय है। बच्ची के साथ निर्भया कांड की तरह अमानवीय व्यवहार किये जाने की बात भी सामने आ रही है। प्रदेश में आए दिन बच्चियों के साथ अत्याचार की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि शिवराज सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है।” उन्होने आगे कहा, ”मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि बेटी को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए और उसे तत्काल एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।”
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