भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में रात 10 बजे के करीब भूकंप के झटके महसूस किये गये। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 तीव्रता दर्ज की गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इसकी जानकारी दी है। अभी तक इसकी वजह से जानमाल की क्षति की जानकारी नहीं है। बता दें कि इससे पहले भी 22 जून को म्यांमार में एक के बाद एक तीन झटके महसूस किये गये थे। इनकी तीव्रता 4.5 के आसपास ही थी।
शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में लगा झटका
इससे एक ही दिन पहले 22 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भूकंप आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.3 मैग्नीट्यूड आंकी गई। एनसीएस के अनुसार, भूकंप सुबह 6.56 मिनट पर आया और इसका केंद्र करीब 5 किमी की गहराई पर था। इससे किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है।
क्यों आते हैं भूकंप?
भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ाती हैं या एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर होती जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है। इसी वजह से भूकंप आते हैं। बता दें कि हिमालय का इलाका भूकंप के मुख्य जोन में आता है। इसकी वजह ये है कि हिमालयन प्लेट, तिब्बती प्लेट से टकरा रही है और इस वजह से इस इलाके में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किये जाते हैं।
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