जबलपुर। कृषि विश्वविद्यालय के कर्मचारी नेता अपनी मांगों को लेकर अब काम बंदी हड़ताल पर हैं। गुरुवार सुबह 11:00 बजे कर्मचारियों द्वारा काम बंद करेंगे। जिसको लेकर सुबह 10:00 बजे से ही लोग बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय परिसर के सामने एकत्रित होने लगे। कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को पूरा करने की बात उठाई। इस दौरान कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ कविता का पाठ करके भी विरोध जताया गया।
3 दिनों तक काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
जबलपुर कृषि महाविद्यालय, जबलपुर कृषि अभियांत्रिकी के साथ विवि से संबंद्ध अन्य कृषि महाविद्यालयों के कर्मचारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आज गंजबसौदा, रीवा, टीकमगढ़, पावरखेड़ा, बालाघाट, छिंदवाड़ा, समेत सभी कृषि महाविद्यालयों में विश्वविद्यालय के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय कर्मचारी अपनी मांगाें को लेकर विरोध प्रदर्शन में डटे हैं। पिछले 3 दिनों से उन्होंने काली पट्टी बांधकर अपना प्रदर्शन किया और गुरुवार से कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर जाएंगे।
प्रशासन ने अभी तक एरियर्स देने की मांग नहीं मानी है
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने बताया कि प्रशासन ने अभी तक एरियर्स देने की मांग नहीं मानी है। हमारी मांग है कि हमें एक जनवरी 2016 से 1 अप्रैल 2018 तक का एरियर्स दिया जाए, लेकिन विवि ने कर्मचारियों को यह राशि नहीं दी, जबकि प्रोफेसर को न सिर्फ सातवां वेतनमान और एरियर्स दोनों दे दिया। वो भी पुरानी तिथि से। विवि प्रशासन का यह भेदभाव बताता हैं कि वे कर्मचारियों के हितों को लेकर गंभीर नहीं हैं। अब गुरुवार से विश्वविद्यालय और कृषि महाविद्यालय में काम बंद हड़ताल शुरू होने जा रही है। प्रदर्शन के दौरान महासचिव शैलू यादव, कोषाध्यक्ष राम प्रकाश पटेल, वीरेंद्र पटेल, अजय एस डोंगरे, ओमप्रकाश लोधी, मंजरी शुक्ला, डॉ मनोज पाठक, बीजू मैथ्यू, सुरेंद्र अग्रवाल, अभिनव तिवारी, अरुण केवट, विशाल दुबे, एस सी बागदरें, राकेश बोरकर एवं समस्त मातृशक्ति एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।
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