डेब्यू मैच में राहुल द्रविड़ के बैट का खास कनेक्शन पढ़ें नेशनल क्रश स्मृति मंधाना की अनसुनी कहानी

भारत की सबसे लोकप्रिय महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना का 18 जुलाई को जन्मदिन है। नेशनल क्रश बन चुकी मंधाना ने क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। वह भारतीय क्रिकेट में डबल सेंचुरी लगाने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। स्मृति मंधाना ने अंडर-19 टूर्नामेंट में 224 रन बनाए थे। स्मृति ने 16 साल की उम्र में बांग्लादेश महिला टीम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था।

भाई को देखकर खेलना सीखा

स्मृति मंधाना के क्रिकेटर बनने की कहानी बेहद दिलचस्प है। दो साल की उम्र में उन्होंने ने अपने बड़े भाई श्रवण को देखकर खेलना शुरू किया। स्मृति और श्रवण के बीच 4 साल का अंतर है। अपने बड़े भाई की तरह स्मृति दाएं हाथ की बल्लेूाजी थी, लेकिन उनके पिता चाहते थे कि दोनों भाई-बहन बाएं हाथ से बल्लेबाजी करें। अपने पिता की इच्छा का सम्मान करते हुए महिला क्रिकेटर ने लेफ्ट हैंड से बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया।

2013 में किया था डेब्यू

स्मृति मंधाना ने 5 अप्रैल 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। 17 वर्ष की आयु में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 मैच खेला था। इसी साल उन्होंने वनडे डेब्यू भी किया। 13 अगस्त 2014 में मंधाना को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। उन्हें डेब्यू के पांच साल बाद 2018 में आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर और महिला वनडे क्रिकेट ऑफ द ईयर नामित किया गया। स्मृति ने दो टेस्ट मैच खेले हैं और एक अर्धशतक लगाया है। वहीं, 41 वनडे में 3 शतक और 11 अर्धशतक के साथ 1,464 रन बना चुकी हैं।

राहुल द्रविड़ के गिफ्ट वाले बैट से किया डेब्यू

वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में स्मृति ने राहुल द्रविड़ के गिफ्ट किए बैट से पदार्पण किया था। दरअसल, स्मृति मंधाना के भाई श्रवण की मुलाकात राहुल से हुई थी। उन्होंने पूर्व खिलाड़ी से उनका बल्ला मांग लिया था। मंधाना ने इस बैट से डेब्यू मैच खेला था।

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