भोपाल। मानसून द्रोणिका के मध्य प्रदेश में बने रहने और अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है।
रविवार को बारिश की स्थिति
इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मलाजखंड में 28, रतलाम में 27, नर्मदापुर में 15, जबलपुर में 10.2, गुना में आठ, उमरिया में पांच, मंडला में तीन, खजुराहो में 3.2, दमोह में तीन, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा एवं सीधी में दो, भोपाल में 1.3, सिवनी, उज्जैन, बैतूल में एक, ग्वालियर में 0.7 मिलीमीटर वर्षा हुई। सोमवार के लिए खंडवा, इंदौर सहित नौ जिलों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट एवं 14 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
यह है मौसम का हाल
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में दीसा, रतलाम, बैतूल, ब्रह्मपुरी, कांकेर, कलिंगपट्टनम से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। मप्र के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी ओडिशा में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से लगातार आ रही नमी से प्रदेश के विभिन्न शहरों में वर्षा हो रही है।
इन जिलों में भारी वर्षा की संभावना
खंडवा, बुरहानपुर, रतलाम, सीहोर, हरदा, खरगोन, बड़वानी, धार एवं इंदौर जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसी तरह जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नर्मदापुरम, झाबुआ, बैतूल, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच एवं गुना जिले में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बंगाल की खाड़ी में कल बन सकता है कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार को बंगाल की खाड़ी में आंध्रा के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है। इसके मंगलवार को कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की उम्मीद है। उसके असर से प्रदेश में मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने के आसार हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.