उज्जैन। महाकाल मंदिर समिति द्वारा उज्जैनवासियों के लिए अवंतिका द्वार के रूप में अलग से प्रवेश की विशेष व्यवस्था की है। लेकिन शुरुआती दो दिन में श्रद्धालुओं का रुझान कम नजर आ रहा है। पहले दिन मंगलवार को करीब पांच श्रद्धालुओं ने इस द्वार से प्रवेश किया था। बुधवार को भी देर शाम तक करीब 600 श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। अधिकारियों के अनुसार दस से बीस मिनट के अंतराल में इक्का दुक्का दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर मंदिर समिति ने उज्जैन के लोगों के लिए महाकाल दर्शन हेतु शीघ्र सुलभ दर्शन व्यवस्था का इंतजाम किया है। इसके लिए प्रशासक कार्यालय के सामने अवंतिका द्वार की स्थापना की गई है। इस द्वार से उज्जैन का कोई भी नागरिक अपना आधार कार्ड दिखाकर मंदिर में प्रवेश कर सकता है।
इस मार्ग से स्थानीय भक्तों को मात्र दस मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन हो रहे हैं। मंगलवार को द्वार का शुभारंभ किया गया था। हालांकि शुरुआती दो दिन में अनुमान के मुताबिक भक्तों की संख्या काफी कम रही। बताया जाता है मंदिर के आसपास निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसके कारण लोग इस द्वार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। अधिकांश शहर वासियों को फिलहाल गेट का स्थान ही नहीं पता है। लोग परेशानी के डर से भी इस द्वार से दर्शन करने नहीं आ रहे हैं।
संख्या काफी कम
अवंतिका द्वार से प्रवेश करने वाले स्थानीय भक्तों की संख्या काफी कम है। दस से बीस मिनट के अंतराल में इक्का दुक्का लोग इस द्वार पर पहुंच रहे हैं।
-मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.