इंदौर। दिगंबर जैन समाज की अखिल भारतीय स्तर के प्रमुख पांच संगठनों की अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन संस्थाएं-समन्वय समिति की बैठक रविवार को इंदौर में आयोजित की गई। इसमें समाज की घटती जनसंख्या पर चिंता जताई गई। घटती जनसंख्या को रोकने के लिए अब समाज के युवाओं को ‘हम दो हमारे तीन’ के नारे का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ तीसरे बच्चे के पालन-पोषण के खर्च में समाज सहयोग करेगा। साथ ही जैन संतों के चातुर्मास के लिए प्राप्त राशि का एक हिस्सा पुरातन स्थलों की देखरेख के लिए खर्च हो। दिगंबर और श्वेतांबर जैन समाज के आपसी विवाद सामाजिक स्तर पर हल करने पर आए सुझावों पर भी चर्चा हुई।
बैठक में अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासमिति के अध्यक्ष अशोक बड़जात्या ने कहा कि समाज की जनसंख्या लगातार कम हो रही है। अब युवाओं को ‘हम दो हमारे तीन’ की मानसिकता बनानी होगी। इसमें समाज सहयोग करे और तीसरे बच्चे के पालन-पोषण के लिए कदम आगे बढ़ाए। दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी नागपुर के महामंत्री संतोष पेंढारी ने कहा कि पुरातन तीर्थों के संरक्षण के लिए आगे आएं। शिखरजी व गिरनारजी के संरक्षण के लिए अपना धन खर्च करें।
देशभर में आयोजित होंगे विभिन्न कार्यक्रम
खंडित मुनि परंपरा को जीवित करने वाले शांतिसागर महाराज की पदारोहण समिति द्वारा 2023 और 2025 तक विभिन्न कार्यक्रम देशभर में आयोजित करने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा, दक्षिण भारत जैन सभा, दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी मुंबई, दिगंबर जैन परिषद दिल्ली, दिगंबर जैन महासमिति इंदौर के पदाधिकारी मौजूद थे। प्राध्यापक डीए पाटिल सांगली, प्रकाशचंद्र बड़जात्या चेन्नई ने भी संबोधित किया। संचालन जैनेश झांझरी ने किया।
भगवान महावीर के निर्वाण को पूरे होंगे 2550 वर्ष
इस वर्ष भगवान महावीर के निर्वाण को 2550 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर वर्षभर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कर्नाटक में जैन आचार्य कामकुमार नंदी की हत्या पर रोष जताया गया। कहा गया कि दोषियों को तत्काल सजा दी जाए। संत किसी भी समाज के हो, उन्हें विहार के दौरान सुरक्षा मिले। देखने में आया कि पिछले कुछ वर्षों में इन घटनाओं में वृद्धि हो रही है।
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