भोपाल। दुष्कर्म के केस में झूठे केस में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाली महिला और उसके साथी पर टीटीनगर के बाद अब रातीबड़ थाने में अड़ीबाजी समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज करवा दी है। महिला ने रातीबड़ में भी तीन दिन पहले एक प्रापर्टी ब्रोकर के साथ अड़ीबाजी की थी और उससे ढाई लाख रुपये लेने के बाद भी उस पर दुष्कर्म की धाराओं में एफआइआर दर्ज करा दी थी। मामले सच्चाई सामने आने के बाद आला अधिकारियों ने सबसे पहले थाना प्रभारी रातीबड़ को लाइन हाजिर किया और बाद में महिला पर कार्रवाई की। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शशांक ने इसकी पुष्टि की है। इस मामले में टीआइ व थाने के कुछ पुलिस कर्मियों की भूमिका सवालों के घेरे में हैं। मामले का राजफाश टीटी नगर पुलिस ने किया था इस मामले में महिला और उसके एक पुलिसकर्मी साथी गोपाल सिंह पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।
इन कारोबारियों को फंसाया झूठे दुष्कर्म के मामले में:-
टीआइ चैन सिंह रघुवंशी ने बताया कि कोटरा सुल्तानाबाद निवासी ओम सिंह भदौरिया (51) प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। उनके दफ्तर में आरोपित महिला काम करती थी। उसे उन्होंने मार्च 2023 में नौकरी से निकाल दिया। 7 जून को महिला ने पति प्रहलाद गोस्वामी और एसएएफ आरक्षक गोपाल सिंह सिसोदिया के साथ मिलकर टीटी नगर थाने में ओम सिंह भदौरिया के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की थी। आरोपित अड़ीबाज महिला ने एक दिन पहले ही प्रापर्टी ब्रोकर अमित परिहार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उसमें उसने बताया था कि वह वह ब्रोकर हैं और भूखंड को बिकवाने और खरीदने का काम करती है। इसी काम के दौरान वह अमित परिहार नाम युवक के संपर्क में आई थी। दो दिन पहले अमित युवती को साथ में लेकर गोरा गांव में प्रॉपर्टी देखने के लिए गया था। वहां उसने दुष्कर्म किया था।बाद में मामला झूठा निकला।
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