इंदौर। नर्सिंग आफिसर एसोसिएशन 3 जुलाई से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है। अभी तक उनकी मांगों को लेकर कोई भी निराकरण नहीं किया गया। इसके विरोध में अब सोमवार से नर्सिंग अधिकारी काम बंद कर हड़ताल पर जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कई वर्षो से मांगों को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ। जिला चिकित्सालय व मेडिकल कालेजों में समस्त नर्सिंग अधिकारी सुबह 8 बजे से काम बंद कर हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। बता दें कि प्रदेशभर में 60 हजार और इंदौर में करीब छह हजार नर्सिंग अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे। इससे एमवाय, एमटीएच, पीसी सेठी, जिला अस्पताल आदि में मरीजों को असुविधाएं होगी।
बच्चों से जुड़ी बुराइयों और समस्याओं को भी देखेंगे मध्यस्थता केंद्र के स्वयंसेवक
इंदौर। मप्र उच्च न्यायालय इंदौर खंडपीठ के विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षित सामुदायिक समर्पित स्वयंसेवकों की बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया है कि अब उन बच्चों के मामलों को भी देखा जाएगा, जो नशे, यौन शोषण, चोरी और अन्य अनैतिक घटनाओं या मामलों में शिकार हो जाते हैं। विधिक सेवा प्राधिकरण ने स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे ऐसे बच्चों के मार्गदर्शन एवं व्यक्तित्व विकास के साथ ही उनके पुनर्वास और शिक्षा-दीक्षा में भी सहयोगी बने, जो विभिन्न बुराइयों और समस्याओं के शिकार बन रहे हैं।
बच्चों को अच्छा समाज दें
उच्च न्यायालय के कांफ्रेंस हाल में आयोजित इस बैठक में न्यायमूर्ति विवेक कुमार रूसिया, न्यायमूर्ति सुजाय पाल ने स्वयं सेवकों से चर्चा की। न्यायमूर्ति विवेक कुमार रूसिया ने कहा कि वर्तमान में बच्चों से संबंधित अनेक समस्याएं सामने आ रही हैं। हम अपने बच्चों को एक अच्छा समाज देने के प्रयास करें तो राष्ट्र की समृद्धि की दिशा में यह एक सार्थक कदम होगा। इस मौके पर अग्रवाल समाज पारिवारिक मध्यस्थता केंद्र क अध्यक्ष गोविंद सिंघल, संतोष गोयल, संजय बांकड़ा, राजेश इंजीनियर, प्रो. रमेश मंगल, अमिताभ सिंघल एवं पुष्पा गुप्ता आदि मौजूद थे।
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