दिल्ली: लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन शार्पशूटर गिरफ्तार, एक व्यापारी से मांगी थी 20 लाख रुपए की फिरौती

जबरन वसूली के एक मामले में वांछित लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन कथित शार्पशूटर पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान कृष्णा नगर निवासी उदित साध (31), नांगलोई निवासी अनीश कुमार उर्फ ​​मिंटू (42) और निहाल विहार निवासी मोहित गुप्ता (27) के रूप में हुई है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दर्ज मामले के आधार पर कहा कि 23 जून को पुरानी दिल्ली के लाजपत राय मार्केट में काम करने वाले एक व्यापारी को जबरन वसूली का फोन आया और आरोपी ने उसे लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर धमकी दी तथा ‘प्रोटेक्शन मनी’ के रूप में 20 लाख रुपये की मांग की। पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपी तिहाड़ जेल के पास के इलाके से शिकायतकर्ता को फोन करते थे, इसलिए पुलिस और शिकायतकर्ता को यह लगा कि कथित फोन करने वाला जेल में ही था।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि जबरन वसूली मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन अपराधी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि तीन जुलाई को सूचना मिली कि आरोपी रोहिणी स्थित जापानी पार्क के गेट नंबर-3 के पास आएंगे। विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि जाल बिछाया गया और आरोपियों को रात करीब 10.20 बजे पकड़ लिया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और चार कारतूस बरामद हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि साध लाजपत राय मार्केट में दुकान करता था और इलाके के कई थोक विक्रेताओं को जानता था। उन्होंने कहा कि साद ने लोगों के साथ धोखाधड़ी शुरू कर दी थी और 2015 में जेल चला गया जहां उसकी मुलाकात सह-आरोपी अनीश और बिश्नोई गिरोह के सदस्यों से हुई। पुलिस के अनुसार, इसके बाद आरोपियों ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर व्यापारियों को धमकाने की साजिश रची, क्योंकि उन्हें पता था कि उसके नाम पर जबरन वसूली आसानी से हो जाएगी।

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